जम्मू: जम्मू-कश्मीर में नेशनल कांफ्रेंस को एक और बड़ा झटका लगा है। दिल्ली में देवेंद्र सिंह राणा और सुरजीत सिंह सलाथिया के भारतीय जनता पार्टी की सदस्यता ग्रहण करने के एक दिन बाद पार्टी के एक प्रांतीय सचिव, दो जिलाध्यक्षों तथा जम्मू नगर निगम (जेएमसी) के दो पार्षदों समेत तीन दर्जन से अधिक पार्टी कार्यकर्ताओं ने सोमवार को इस्तीफा दे दिया। राणा के कार्यालय के एक सहयोगी ने बताया, ‘‘नेशनल कॉन्फ्रेंस के प्रांतीय सचिव, दो जिलाध्यक्षों, दो नगर निगम पार्षदों, एक ब्लॉक अध्यक्ष और जम्मू जिले के पार्टी के कई जिला और प्रखंड समिति सदस्यों ने इस्तीफा दे दिया और राणा को अपना समर्थन जताया।’’
उन्होंने कहा कि नेशनल कॉन्फ्रेंस से इस्तीफा देने वाले नेताओं में जम्मू के प्रांतीय सचिव अरशद चौधरी, जम्मू शहरी इकाई के जिलाध्यक्ष धर्मवीर सिंह जामवाल, जम्मू ग्रामीण ‘ए’ इकाई के जिलाध्यक्ष सोमनाथ खजूरिया, भलवाल के ब्लॉक अध्यक्ष अशोक सिंह मन्हास तथा निगम पार्षद एस सुच्चा सिंह एवं मथवार ब्लॉक के महिला प्रकोष्ठ की ब्लॉक अध्यक्ष रेखा लांगेह शामिल हैं।
बता दें कि बीजेपी के वरिष्ठ नेता और एमओएस (पीएमओ) जितेंद्र सिंह के छोटे भाई देवेंद्र राणा की गिनती नेशनल कांफ्रेंस के सबसे प्रभावशाली नेताओं में होती थी। पार्टी से उनके जाने को नेशनल कांफ्रेंस के लिए झटके के तौर पर देखा जा रहा है। वह तत्कालीन मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला के राजनीतिक सलाहकार का पद छोड़ने के बाद 2011 से ही नेशनल कॉन्फ्रेंस के प्रांतीय अध्यक्ष के पद पर काबिज थे।
राणा ने 30 जनवरी को ‘जम्मू घोषणा पत्र’ का प्रस्ताव किया था जिसमें जम्मू-कश्मीर के विभिन्न इलाकों और समुदायों में एकजुटता और विश्वास बहाल करने पर जोर दिया गया है। जम्मू घोषणा पत्र का प्रस्ताव रखने के बाद राणा ने कहा था कि बीजेपी एकमात्र बड़ी पार्टी है जिसने इस पर ‘बड़ी प्रतिक्रिया’ दी।
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