अमरावती: आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू ने आज कहा कि राजनीतिक नेता लोगों को “प्रेरित” कर पाने में असमर्थ हैं, खासकर छात्रों को, और ऐसा इसलिए है क्योंकि नेताओं ने अपने मूल्यों को परिष्कृत नहीं किया है। उन्होंने अफसोस जताया कि नेता अब तक आदर्श नहीं बन पाए हैं। नायडू ने राज्य विधानसभा में कहा, “हमारे (राजनीतिक नेता) मूल्य परिष्कृत नहीं हुए हैं, इसलिए हम अब तक आदर्श नहीं बन पाए हैं। हम लोगों को खासकर छात्रों को प्रेरित कर पाने में असमर्थ हैं। इसमें अभी और वक्त लगेगा।”
वह छात्रों की आत्महत्या के मुद्दे पर एक संक्षिप्त चर्चा के दौरान यह बातें बोल रहे थे। उन्होंने सदन में भाजपा के नेता पी विष्णु कुमार राजू के आग्रह पर प्रतिक्रिया देते हुए यह टिप्पणी की जिसमें ऐसी घटनाओं को रोकने के वास्ते कॉलेजों का निरीक्षण करने के लिए विधायकों की एक समिति गठित करने की बात कही गई थी। मुख्यमंत्री ने ऐसे पैनल के गठन का समर्थन नहीं किया।
उन्होंने कहा, “छात्रों को ऐसा लगता है कि विधानसभा केवल शोरगुल मचाने के लिए होती है। आजकल कोई भी छात्र विधायक नहीं बनना चाहता।” मुख्यमंत्री ने कहा, “वह सिर्फ पुलिस उपनिरीक्षक, शिक्षक, आईएएस या आईपीएस अधिकारी बनना चाहते हैं। वह राजनीति की बातों पर हंसते हैं। अगर अम अनुकरणीय होंगे, तो हम छात्रों के लिए आदर्श बन सकते हैं।”
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