आनंदी बेन पटेल SUPER EXCLUSIVE: 'नेता सरदार पटेल और गांधी जैसे होते हैं, हार्दिक की कीमत 1 रुपये की भी नहीं है'
गुजरात की पूर्व मुख्यमंत्री आनंदी बेन पटेल ने पाटीदार आरक्षण आंदोलन के नेता हार्दिक पटेल पर करारा वार करते हुए कहा कि हार्दिक की कीमत एक रुपये की भी नहीं है
अहमदाबाद: गुजरात की पूर्व मुख्यमंत्री आनंदी बेन पटेल ने पाटीदार आरक्षण आंदोलन के नेता हार्दिक पटेल पर करारा वार करते हुए कहा कि हार्दिक की कीमत एक रुपये की भी नहीं है। आनंदी बेन पटेल इंडिया टीवी के ‘चुनाव रथ’ पर सवार थीं। आनंदी बेन ने कहा कि हार्दिक ने कभी किसानों को देखा ही नहीं, मैं खुद किसान की बेटी हूं। मैं हार्दिक को नेता नहीं मानती, नेता सरदार पटेल और गांधी जैसे होते हैं।
'हार्दिक पटेल की नजर पैसा कमाने की थी'
उन्होंने कहा, 'हार्दिक की नजर पैसा कमाने की थी। नेता का चरित्र बहुत शुद्ध होता है, हार्दिक हमें कोई नुकसान नहीं पहुंचा सकते। हार्दिक को खरीदने की बात बेबुनियाद है उसकी कीमत 1 रुपये की भी नहीं है।' उन्होंने कहा, 'मैने CM रहते हार्दिक से किसी समझौते की कोशिश नहीं की। तूफान शुरू होता है तो उसे रोकने की कोशिश होती है और हार्दिक के आंदोलन से समाज में बंटवारा हो जाता। अगर आंदोलन को कंट्रोल नहीं किया जाता तो गांव तक हिंसा फैलती। हिंसा रोकने के लिए हमने कार्रवाई की।'
आनंदी बेन ने कहा-
- मैं चुनाव प्रचार कर रही हूं। आपको लगता है मै खामोश हूं, लेकिन मैं सक्रिय हूं
- गुटबाजी की खबर सिर्फ एक अफवाह है, कांग्रेस और सोशल मीडिया की ओर से फैलाई जा रही है अफवाह
- 'मेरी नाराजगी की खबर बिना चिंगारी के धुएं जैसी, टिकट का बंटवारा पार्लियामेन्ट्री बोर्ड करता है'
- 2012 में जिन्हें टिकट मिला, उनमें से ज्यादातर को इस बार भी टिकट मिला
- हारे हुए कार्यकर्ताओं को भी पार्टी ने टिकट दिया, चुनाव हारने के बाद जो सक्रिय नहीं हुए उनको नहीं मिला टिकट
- आखिरी लिस्ट कांग्रेस के उम्मीदवार को देखते हुए दिए जाएंगे
- आनंदी बेन की बात पूरी तरह से सुनी जाती है, बीजेपी में सबकी बात सुनी जाती है
- पटेल ही नहीं, सभी समाज के प्रतिनिधियों की बात सुनते हैं, मैंने पिछले 32 सालों में कभी पार्टी से नाराजगी नहीं जताई
- कैंडिडेट सेलेक्शन के लिए हुई पार्लियामेन्ट्री बोर्ड की मीटिंग में मैं थी, मैं मीटिंग में सुबह 9 बजे से रात के 9 बजे तक तक रहती थी
- बीजेपी में कोई भी गुजबाजी नहीं है, गुजबाजी से पार्टी बिखर जाएगी
- अमित शाह मेरे छोटे भाई, मैं उनको राखी बांधती हूं अमित शाह से मेरी कोई भी नाराजगी नहीं है
- CM पद से इस्तीफा देना मेरा निजी फैसला था, पार्टी ने इसके लिए मुझे बाध्य नहीं किया'
- मैने अपनी बेटी के लिए कभी भी पार्टी से टिकट नहीं मांगा, टिकट के लिए अनार का नाम चलाना विरोधियों की साजिश
- नरेन्द्र मोदी की योजनाओं की वजह से लोग हमारे साथ हैं
- राहुल के पास बोलने के लिए कोई मुद्दा ही नहीं है। राहुल अहमदाबाद के रीवर फ्रंट पर खड़े होकर बोलते हैं विकास नहीं हुआ'
- अरावली दौरे के दौरान राहुल की गाड़ी 80 की स्पीड से जा रही थी, वो फोर लेन सड़क बीजेपी ने बनवाई हुई है
- गुजरात के हर गांव में रोड की कनेक्टिविटी, मेडिकल कॉलेज से लेकर हॉस्पिटल तक सब कुछ हमने बनवाया
- पहले हमारे बच्चे मेडिकल, इंजीनियरिंग करने गुजरात से बाहर जाते थे। बच्चों के पैरेन्ट्स को 15 से 20 लाख डोनेशन देना पड़ता था
- अब मेडिकल, इंजीनियरिंग के बच्चों की पढ़ाई का खर्च 4 से 5 लाख, बच्चों को पढ़ाई के खर्च से बचाने के लिए शिक्षा का नीजिकरण किया'
- हार्दिक ने कभी किसानों को देखा ही नहीं,मैं खुद किसान की बेटी हूं। मैं हार्दिक को नेता नहीं मानती, नेता सरदार पटेल और गांधी जैसे होते हैं।
देखिए वीडियो-