चंडीगढ़/नई दिल्ली: पंजाब कांग्रेस में नवजोत सिंह सिद्धू और कैप्टन अमरिंदर सिंह के बीच का सियासी संघर्ष जारी। पार्टी आलाकमान द्वारा नवजोत सिंह सिद्धू को पंजाब कांग्रेस की कमान सौंपे जाने के बाद भी कैप्टन अमरिंदर सिंह ने उन्हें इस पद पर स्वीकार करने को राजी नहीं है। वह इस बात पर अड़े हुए हैं कि जब तक सिद्धू सार्वजनिक रूप से उनसे माफी नहीं मांगेंगे, वह उनसे नहीं मिलेंगे। वहीं, दूसरी ओर सिद्धू झुकने को राजी नहीं हैं।
नवजोत सिंह सिद्धू पार्टी के विधायकों को अपने साथ जोड़ने में लगे हैं। वह बुधवार को स्वर्ण मंदिर गए, जहां उनके बुलावे पर कांग्रेस के कुल 80 में से 60 विधायक भी पहुंचे। सूत्रों के मुताबिक, अन्य विधायक और मंत्री सिद्धू के बुलावे के बावजूद कैप्टन के दबाव की वजह से स्वर्ण मंदिर के कार्यक्रम में शामिल नहीं हो हुए। हालांकि, 80 में से अगर 60 विधायक सिद्धू के साथ वहां मौजूद रहे हैं, तो यह सिद्धू के लिहाज से अच्छा संकेत है।
इसके अलावा अन्य कई जिला अध्यक्ष, निगम और बोर्डों के चेयरमैन सिद्धू के घर पहुंचे। उनके घर पर तीन कैबिनेट मंत्री भी पहुंच। इसके साथ ही, सिद्धू के नजदीकी सूत्रों के मुताबिक वह किसी भी हाल में कैप्टन अमरिंदर सिंह से माफी नहीं मांगेंगे। उन्होंने शक्ति प्रदर्शन का रास्ता चुना है, जिसके कारण पंजाब कांग्रेस में सियासी हलचल और ज्यादा तेज हो गई है।
Latest India News