क्या आप जानते हैं कितनी है अमिताभ बच्चन-जया बच्चन की कुल संपत्ति?
शपथ पत्र के मुताबिक जया और अमिताभ के लंदन, दुबई और पेरिस में बैंक खाते हैं। देश-विदेश मिलाकर बच्चन फैमिली के कुल 19 बैंक खाते हैं। इनमें से चार खाते जया बच्चन के नाम पर है।
नई दिल्ली: बॉलीवुड अदाकारा जया बच्चन ने आगामी राज्यसभा चुनाव के लिये समाजवादी पार्टी (सपा) प्रत्याशी के रूप में नामांकन दाखिल किया। नामांकन दाखिल करते वक्त जया बच्चन ने शपथ पत्र में बताया कि उनकी और उनके पति अमिताभ बच्चन की कुल संपत्ति 2012 में लगभग 500 करोड़ रूपए से दोगुनी होकर इस साल करीब 1, 000 करोड़ रुपये हो गई है। रिपोर्ट के अनुसार जया बच्चन के नाम पर बैंक और विभिन्न वित्तीय संस्थाओं में 87 करोड़ रुपये से अधिक का कर्ज़ भी है जबकि अमिताभ बच्चन के पास ज्यादा चल संपत्ति बताई है। उनके पास चार अरब 71 करोड़ और जया के पास 67 करोड़ 79 लाख रुपये की चल संपत्ति है।
शपथ पत्र के अनुसार अमिताभ के नाम तीन अरब 20 करोड़ की अचल संपत्ति है और जया के नाम एक अरब 27 करोड़ रुपये की संपत्ति है। साथ ही विदेशी बैंकों में जमा धन का ब्यौरा भी जया बच्चन ने नामांकन में दिया है। शपथ पत्र के मुताबिक जया और अमिताभ के लंदन, दुबई और पेरिस में बैंक खाते हैं। देश-विदेश मिलाकर बच्चन फैमिली के कुल 19 बैंक खाते हैं। इनमें से चार खाते जया बच्चन के नाम पर है। इन खातों में 6.84 करोड़ रुपये जमा हैं।
देश से बाहर जया बच्चन का केवल एक खाता है जिसमें 6 करोड 59 लाख रुपये जमा हैं। अमिताभ बच्चन के 15 बैंक खातों में 47.47 करोड़ रुपये से ज्यादा का फिक्स डिपॉजिट और पैसा जमा है। बिग बी का पैसा और एफडी दिल्ली-मुंबई के अलावा बैंक ऑफ इंडिया की पेरिस शाखा, बैंक ऑफ इंडिया की लंदन शाखा और बीएनपी फ्रांस में जमा है।
बता दें कि जया का कार्यकाल दो अप्रैल को समाप्त हो रहा है। इस सवाल पर कि सपा ने किरण मय नंदा और नरेश अग्रवाल जैसे वरिष्ठ नेताओं की जगह उन्हें राज्यसभा को टिकट नहीं दिया, जया ने कहा ‘‘मैं भी सीनियर हूं।’’ मालूम हो कि उत्तर प्रदेश में राज्यसभा की 10 सीटों के लिये आगामी 23 मार्च को मतदान होगा। प्रदेश की 403 सदस्यीय विधानसभा में भाजपा और उसके सहयोगी दलों के वर्तमान सदस्यों की संख्या 324 है।
सपा के पास 47 , बसपा के पास 19, कांग्रेस के पास सात और राष्ट्रीय लोकदल के पास एक विधायक है। करीब दो साल पहले हुए राज्यसभा चुनाव के वक्त उत्तर प्रदेश में सपा स्पष्ट बहुमत के साथ सत्तारूढ़ थी और अपने संख्याबल के बूते उसने छह सीटें जीत ली थीं, लेकिन इस बार वह अपने एक उम्मीदवार को ही जिता सकेगी। एक राज्यसभा सदस्य को जीतने के लिये कम से कम 37 विधायकों के वोट की जरूरत होगी।