अमित शाह 11 अगस्त को कोलकाता में रैली करेंगे, ममता ने विपक्षी दलों से वार्ता की
भाजपा महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने संवाददाताओं से कहा कि पश्चिम बंगाल में एक करोड़ से अधिक अवैध प्रवासी हो सकते हैं और सुझाव दिया कि उनकी पहचान के लिए सीमावर्ती राज्यों में एनआरसी होना चाहिए।
कोलकाता/नयी दिल्ली: भाजपा अध्यक्ष अमित शाह 11 अगस्त को कोलकाता में रैली करेंगे वहीं उनकी पार्टी के नेताओं ने स्पष्ट संकेत दिए हैं कि वे पश्चिम बंगाल में अवैध बांग्लादेशी प्रवासियों की कथित मौजूदगी को चुनावी मुद्दा बनाएंगे और असम की तरह एनआरसी की मांग करेंगे। राष्ट्रीय नागरिक पंजी (एनआरसी) को लेकर भाजपा का मुकाबला करने के लिए मुख्यमंत्री और टीएमसी सुप्रीमो ममता बनर्जी राष्ट्रीय राजधानी में विपक्षी दलों के नेताओं से वार्ता कर रही हैं, वहीं शाह की प्रस्तावित रैली से पता चलता है कि वह उनके राज्य में इस मुद्दे को बड़ा चुनावी मुद्दा बनाएंगे, क्योंकि लोकसभा चुनाव के लिए महज आठ महीने बचे हैं।
इससे पहले शाह ने संवाददाताओं से कहा कि वह निश्चित तौर पर 11 अगस्त को कोलकाता जाएंगे और राज्य सरकार को अपनी गिरफ्तारी की चुनौती देंगे। उनकी पार्टी के नेताओं ने दावा किया था कि स्थानीय पुलिस ने उनकी रैली के लिए मंजूरी नहीं दी है। बहरहाल, कोलकाता पुलिस ने बाद में कहा कि उसने अनुमति दे दी है। भाजपा महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने संवाददाताओं से कहा कि पश्चिम बंगाल में एक करोड़ से अधिक अवैध प्रवासी हो सकते हैं और सुझाव दिया कि उनकी पहचान के लिए सीमावर्ती राज्यों में एनआरसी होना चाहिए। राज्य भाजपा के अध्यक्ष दिलीप घोष ने पहले कहा था कि अगर भाजपा राज्य में सत्ता में आती है तो असम की तर्ज पर एनआरसी का प्रकाशन किया जाएगा।
शाह ने राज्य में आगामी लोकसभा चुनाव के दौरान लोकसभा की 42 सीटों में से 22 पर जीत का लक्ष्य रखा है। वर्ष 2014 में टीएमसी ने 34 सीटों पर जीत दर्ज की थी वहीं भाजपा को महज दो सीटें मिली थीं। भाजपा में इस तरह की भावना है कि एनआरसी का कड़ा विरोध करने के कारण बनर्जी को अल्पसंख्यक वोटों के लिए ‘‘तुष्टिकरण की राजनीति’’ के तहत ‘‘हिंदू विरोधी’’ नेता के तौर पर पेश किया जा सकता है। शाह युवा मोर्चा की तरफ से आयोजित रैली को संबोधित करेंगे। इससे पहले भाजपा युवा मोर्चा ने आरोप लगाया कि शाह की रैली के बारे में उन्हें कोलकाता पुलिस से अभी तक कोई जानकारी नहीं मिली है।
भाजपा अध्यक्ष और ममता बनर्जी के बीच कल तीखे शब्द बाण चले थे जब एनआरसी के मुद्दे पर शाह ने कहा था कि प्रक्रिया को पूरी तरह लागू किया जाएगा क्योंकि यह राष्ट्रीय सुरक्षा का मामला है जबकि टीएमसी प्रमुख ने चेतावनी दी थी कि इससे ‘‘गृह युद्ध’’ और ‘‘खून-खराबा’’ होगा। सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस ने भाजपा और शाह पर तंज कसते हुए दावा किया कि वे बेचैन हो गए थे और ‘‘शांति और सौहार्दता की भूमि पर उनके लिए सुखद यात्रा’’ की कामना की। कोलकाता पुलिस ने ट्वीट कर बताया, ‘‘एक राजनीतिक दल को 11 अगस्त को अनुमति नहीं देने के लिए सोशल मीडिया पर चल रही अटकलों का हमें पता चला। यह स्पष्ट किया जाता है कि आग्रह पर रैली की अनुमति दे दी गई है।’’
राज्य भाजपा युवा मोर्चा के अध्यक्ष देबजीत सरकार ने कहा कि उन्हें पुलिस ने सूचना दी है कि शहर के मध्य मायो रोड पर रैली करने की अनुमति दे दी गई है। सरकार ने पहले पीटीआई से कहा था कि शाह की रैली की अनुमति के लिए संगठन ने पुलिस को औपचारिक आवेदन दिया है। भगवा दल द्वारा तृणमूल कांग्रेस के गढ़ में सेंध लगाने के प्रयासों के बीच ममता बनर्जी नीत तृणमूल कांग्रेस और भाजपा के बीच तीखे आरोप-प्रत्यारोप जारी हैं।
तृणमूल कांग्रेस के मुख्य राष्ट्रीय प्रवक्ता डेरेक ओ ब्रायन ने बयान जारी कर कहा, ‘‘भाजपा और इसके राष्ट्रीय अध्यक्ष बेचैन, तनावग्रस्त हो गए हैं। कोलकाता में तीन अगस्त के लिए उनके कार्यक्रम को त्वरित अनुमति दे दी गई थी। 11 अगस्त के कार्यक्रम के लिए उन्होंने सिर्फ पत्र भेजा था और अनुमति दे दी गई।’’ उन्होंने ट्वीट कर कहा, ‘‘शांति और सौहार्द की भूमि पर सुखद यात्रा।’’