वैशाली। भाजपा अध्यक्ष और गृह मंत्री अमित शाह ने नागरिकता कानून (CAA) का विरोध करने वाले विपक्षी दलों पर एक बार फिर से निशाना साधा है और उनसे इस मुद्दे पर वोटबैंक की राजनिति करने का आरोप लगाया है। नागरिकता कानून को लेकर जन जागरण अभियान के तहत बिहार के वैशाली में एक जनसभा को संबोधित करते हुए अमित शाह ने कहा कि इन लोगों (CAA का विरोध करने वाले दल) की आंखें अंधी और कान बहरे हो चुके हैं और मत के लालच में अपनी मति खो चुके हैं।
अमित शाह ने यह भी कहा कि नागरिकता कानून को देशभर में सबसे ज्यादा समर्थन बिहार में ही मिला है। अमित शाह ने अपनी रैली में कांग्रेस नेता राहुल गांधी, राष्ट्रीय जनता दल सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से अपील की कि नागरिकता कानून के ऊपर जनता को गुमराह न करें। अमित शाह ने कहा कि इन लोगों को नागरिकता कानून में वोटबैंक तथा अपना राजनीतिक उल्लू सीधा करने की बात दिख रही है और इसीलिए ये लोग जनता को गुमराह कर रहे हैं।
नागरिकता कानून की जरूरत पर अमित शाह ने कहा कि देश की आजादी के समय पूर्वी और पश्चिमि पाकिस्तान में लगभग 30-30 प्रतिशत हिंदू, सिख और बौद्ध थे। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान में यह सिर्फ घटकर 3 प्रतिशत और पूर्वी पाकिस्तान जो अब बांग्लादेश बन चुका है वहां सिर्फ 7 प्रतिशत बचे हैं। अमित शाह ने कहा कि दोनो जगहों पर हिंदुओं, बौद्ध और सिखों को या तो मार दिया गया या उनका धर्म परिवर्तन कर दिया गया और जो लोग बच गए उन्हें खदेड़ दिया गया और वे भारत में आने के लिए मजबूर हो गए।
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