अमित शाह ने इशारों में सर्जिकल स्ट्राइक की दी चेतावनी, कहा-जैसा सवाल आएगा वैसा जवाब देंगे
अमित शाह ने कहा कि हमने सर्जिकल स्ट्राइक करके दुनिया को बता दिया कि कोई भारत की सीमाओं से छेड़छाड़ नहीं कर सकता है।
पणजी: भारत-पाकिस्तान के बॉर्डर के इलाकों में जारी तनाव के बीच केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने गोवा में पाकिस्तान का नाम लिए बिना कहा कि अब जैसा सवाल सामने आएगा, वैसा जवाब दिया जाएगा। अमित शाह ने कहा कि हमने सर्जिकल स्ट्राइक करके दुनिया को बता दिया कि कोई भारत की सीमाओं से छेड़छाड़ नहीं कर सकता है। गृह मंत्री शाह ने भारत सरकार की बदली हुई रणनीति को फिर से साफ करते हुए कहा कि पहले केवल बातचीत होती थी, लेकिन अब जैसा सामने से सवाल आएगा, वैसा ही जवाब दिया जाएगा।
आपको बता दें कि भारतीय सेना ने उरी, पठानकोट और गुरदासपुर में आतंकवादी हमलों के जवाब में सितंबर 2016 में पाकिस्तान में सर्जिकल स्ट्राइक की थी। इस दौरान, पाकिस्तान में कई आतंकवादी शिविरों को नष्ट कर दिया गया। उरी हमले के 11 दिन बाद 29 सितंबर 2016 को सर्जिकल स्ट्राइक की गई थी। इसके अलावा, साल 2019 में भी भारत ने पाकिस्तान को मुंहतोड़ जवाब देते हुए एयर स्ट्राइक को अंजाम दिया था। इसमें जैश-ए-मोहम्मद के कई ठिकानों पर बम बरसाए गए थे। बालाकोट में आतंकी ठिकानों पर किए गए इस हमले में बड़ी संख्या में आतंकी मारे गए थे।
गोवा में स्पष्ट बहुमत हासिल कर दोबारा सरकार बनाएगी बीजेपी
अमित शाह ने विश्वास जताया कि गोवा में सत्तारूढ़ भाजपा अगले साल फरवरी में होने वाले विधानसभा चुनाव में पूर्ण बहुमत हासिल कर एक बार फिर राज्य में सरकार बनाएगी। उन्होंने कहा कि गोवा और केंद्र में भाजपा की ''डबल इंजन'' सरकार से राज्य के विकास में मदद मिलेगी। दक्षिण गोवा के धारबंदोरा गांव में राष्ट्रीय फोरेंसिक विज्ञान विश्वविद्यालय (एनएफएसयू) की आधारशिला रखने के बाद एक समारोह को संबोधित करते हुए उन्होंने यह भी कहा कि 15 नवंबर से चार्टर्ड उड़ानें गोवा में पहुंचनी शुरू हो जाएंगी।
उन्होंने कहा, ''भाजपा राज्य में पूर्ण बहुमत के साथ अगली सरकार बनाएगी। अभी चुनाव में समय है। लेकिन मैं गोवा के लोगों से अपील कर रहा हूं कि वे केंद्र में नरेंद्र मोदी के नेतृत्व के तहत राज्य में भाजपा की सरकार चुनने का मन बनाएं।'' उन्होंने कहा, ''यह डबल इंजन सरकार राज्य के विकास को जारी रखने में मदद करेगी।''
अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव बहुदलीय होने जा रहे हैं, क्योंकि सत्तारूढ़ भाजपा, विपक्षी कांग्रेस, ममता बनर्जी के नेतृत्व वाली तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी), अरविंद केजरीवाल की अगुवाई वाली आम आदमी पार्टी (आप) सहित कई क्षेत्रीय पार्टियां मैदान में उतरने की तैयारी कर रही हैं। महाराष्ट्र में सत्तारूढ़ पार्टी शिवसेना ने भी 40 सीटों वाली गोवा विधानसभा के लिए चुनाव लड़ने का फैसला किया है। साल 2017 के गोवा विधानसभा चुनावों में कांग्रेस 40 में से 17 सीटें जीतकर सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरी थी। हालांकि, 13 सीटें हासिल करने वाली भाजपा ने तेजी से कुछ क्षेत्रीय दलों के साथ हाथ मिलाकर सरकार बना ली थी। (इनपुट-भाषा)