भुवनेश्वर: केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह आज जनता मैदान में संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) के समर्थन में हो रही रैली को संबोधित करेंगे। यह रैली ऐसे समय में हो रही है जब इस विवादास्पद कानून को लेकर दिल्ली में सांप्रदायिक हिंसा में 38 लोगों की मौत हो चुकी है। शाह पूर्वी क्षेत्रीय परिषद (ईजेडसी) की एक बैठक की अध्यक्षता करने के बाद रैली में हिस्सा लेंगे। इस बैठक में ममता बनर्जी समेत चार राज्यों के मुख्यमंत्री होंगे। बनर्जी सीएए, राष्ट्रीय नागरिक पंजी (एनआरसी), राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर (एनपीआर) की आलोचक रही हैं।
हालांकि ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक और बिहार के उनके समकक्ष नीतीश कुमार ने सीएए का समर्थन किया है लेकिन दोनों ने ही यह स्पष्ट कर दिया है कि वह एनआरसी के खिलाफ हैं। राज्य के भाजपा अध्यक्ष समीर मोहंती ने कहा कि शाह की यह रैली पार्टी द्वारा सीएए को लेकर देश भर में जागरूकता कार्यक्रम का हिस्सा है।
शाह की सीएए समर्थन रैली से पहले मोहंती ने कई ऐसे अभियान वाहनों को रवाना किया जिसका मकसद लोगों को इस रैली के बारे में जानकारी देना है। राज्य में भाजपा के प्रवक्ता गोलक मोहपात्रा ने कहा कि कांग्रेस और अन्य राजनीतिक पार्टियां लोगों को इस कानून को लेकर भ्रमित कर रही हैं और शुक्रवार की रैली का मकसद यह स्पष्ट करना है कि यह कानून राष्ट्र के हित में है।
हालांकि कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता ने इस रैली की निंदा की है और कहा है कि सीएए को सकारात्मक बताने से पहले शाह को पहले दिल्ली में शांति बहाल करना चाहिए। कांग्रेस विधायक सुरेश रौत्री ने कहा कि ऐसे समय में जब राष्ट्रीय राजधानी में सीएए को लेकर हिंसा हो रही है तो शाह को दिल्ली में शांति सुनिश्चित करनी चाहिए।
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