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Hindi News भारत राजनीति क्या ओबीसी बिल को राज्यसभा में पारित कराने में मदद देगी कांग्रेस: अमित शाह

क्या ओबीसी बिल को राज्यसभा में पारित कराने में मदद देगी कांग्रेस: अमित शाह

शाह ने कहा, क्या राहुल गांधी देश के सामने स्पष्ट करेंगे कि कांग्रेस ओबीसी विधेयक को राज्यसभा में पारित कराने में सहायता करेगी या नहीं। वहीं से तय हो जाएगा कि कांग्रेस पिछड़ों का कल्याण चाहती है कि नहीं।

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चंदौली (उ.प्र.): भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने आज कांग्रेस से राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग आयोग को संवैधानिक दर्जा देने सम्बन्धी संशोधन विधेयक पर अपना रुख स्पष्ट करने को कहा और पूछा कि क्या वह राज्यसभा में इस विधेयक को पारित कराने में मदद करेगी। शाह ने यहां मुगलसराय रेलवे स्टेशन का नामकरण पंडित दीनदयाल उपाध्याय के नाम पर किए जाने के मौके पर आयोजित कार्यक्रम में कहा ‘‘मोदी सरकार ने ओबीसी बिल को लोकसभा में पारित कराया है। यह बिल अब राज्यसभा में जाएगा। क्या (कांग्रेस अध्यक्ष) राहुल गांधी देश के सामने स्पष्ट करेंगे कि कांग्रेस ओबीसी विधेयक को राज्यसभा में पारित कराने में सहायता करेगी या नहीं। वहीं से तय हो जाएगा कि कांग्रेस पिछड़ों का कल्याण चाहती है कि नहीं।’’

उन्होंने कहा ‘‘मैं आश्वस्त करना चाहता हूं कि कांग्रेस समर्थन करे या ना करे, मगर सरकार पिछड़ा बिल पारित करके सम्मान देने का काम करने जा रही है।’’ भाजपा अध्यक्ष ने राष्ट्रीय नागरिकता पंजी (NRC) का जिक्र करते हुए कहा ‘‘मोदी सरकार ने उच्चतम न्यायालय के आदेश के तहत एनआरसी बनाया। हमें देश से बांग्लादेशी घुसपैठियों को चुन-चुन कर निकालना है।’’ शाह ने कहा ‘‘ममता बनर्जी और कांग्रेस कहती हैं कि एनआरसी नहीं होना चाहिए। मैं राहुल बाबा से पूछना चाहता हूं कि इस देश में एनआरसी होना चाहिए कि नहीं, मगर वह जवाब नहीं देते। आप सब बताइए कि बांग्लादेशी घुसपैठियों को निकालना चाहिए कि नहीं।’’

उन्होंने सपा और बसपा को भी लपेटते हुए पूछा ‘‘आज इस मुगलसरास की धरती से मैं सपा, बसपा और कांग्रेस से पूछना चाहता हूं कि आप घुसपैठियों को यहां रखना चाहते हो, या निकालना। यूपी की जनता का जवाब मुझे मालूम है, जवाब यह है कि एक भी घुसपैठियों को इस देश में नहीं रखना चाहिए।’’

शाह ने विपक्ष की एकता के प्रयासों पर प्रहार करते हुए कहा कि आज पूरा विपक्ष देश भर में भ्रम फैला रहा है कि सपा, बसपा इकट्ठा होंगे तो उत्तर प्रदेश के चुनावी समीकरण पर क्या असर होगा। उन्होंने दावा किया ‘‘सिर्फ बुआ (बसपा प्रमुख मायावती) और भतीजा (सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव) ही नहीं राहुल भी मिल जाएं तो भी हमारी 73 की जगह 74 सीटें होंगी, 72 नहीं होंगी। मैं उनको चुनौती देता हूं कि आ जाओ गंगा-यमुना के मैदानों में यहां भाजपा की जीत के अलावा और कुछ नहीं हो सकता।’’

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