कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ चुके हैं OBC नेता अल्पेश ठाकोर, पार्टी कर रही ड्रामा: BJP
केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा कि ओबीसी नेता अल्पेश ठाकोर इससे पहले कांग्रेस पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़ चुके हैं...
नई दिल्ली: केंद्रीय मंत्री व भारतीय जनता पार्टी वरिष्ठ नेता रविशंकर प्रसाद ने सोमवार को गुजरात में पिछड़ा वर्ग (OBC) नेता अल्पेश ठाकोर के कांग्रेस में शामिल होने और बीजेपी के विरुद्ध घूस देने के आरोप को 'ड्रामा' बताया। अल्पेश ठाकोर के शामिल होने को बड़ी उपलब्धि बताने पर कांग्रेस को 'ड्रामेबाज पार्टी नंबर वन' करार देते हुए उन्होंने कहा कि ओबीसी नेता इससे पहले इस पार्टी के टिकट पर पंचायत चुनाव लड़ चुके हैं। उन्होंने यह भी कहा कि पाटीदार नेता नरेंद्र पटेल का बीजेपी पर पार्टी में शामिल होने के लिए एक करोड़ रुपये घूस देने का आरोप भी 'ड्रामे का एक भाग' है।
गौरतलब है कि नरेंद्र पटेल पाटीदार नेता हार्दिक पटेल के सहयोगी हैं जिन्होंने आरोप लगाया है कि बीजेपी में उनके शामिल होने पर उन्हें एक करोड़ रुपये देने की पेशकश की गई थी। प्रसाद ने कहा, ‘अतीत में कई फिल्में नंबर-वन के शीर्षक से बन चुकी हैं। जैसे जोड़ी नंबर वन, दोस्त नंबर वन, आंटी नंबर वन। मैं आज कांग्रेस को नया नाम 'ड्रामेबाज पार्टी नंबर वन' का देता हूं।’ उन्होंने कहा, ‘मैं ऐसा क्यों न कहूं? क्योंकि कांग्रेस एक बड़े नेता को शामिल करने का ड्रामा कर रही है जो पहले NSUI का सदस्य रहा है? उन्होंने कांग्रेस के टिकट पर मेहसाना पंचायत चुनाव भी लड़ा था और हारे भी थे। यहां तक कि उनके पिता भी कांग्रेस के जिलाध्यक्ष रहे हैं। ऐसे में वह (ठाकोर) कांग्रेस से बाहर कब थे?’
उन्होंने 'होमवर्क नहीं करने के लिए' कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा, ‘इससे पहले मैंने कहा था कि राहुल गांधी अपना होमवर्क करके नहीं आते हैं लेकिन अब मुझे कहना पड़ रहा है कि उनके पटकथा लेखक भी होमवर्क नहीं करते हैं। अगर ऐसा होता तो आज वह (राहुल) आज की इस उपलब्धि (ठाकोर की कांग्रेस में एंट्री) के ड्रामे से बच जाते।’ प्रसाद ने पूछा कि नरेंद्र पटेल ने क्यों सिर्फ 10 लाख रुपये दिखाए, जबकि उन्हें 1 करोड़ रुपये दिए गए थे। उन्होंने कहा, ‘बाकी 90 लाख कहां हैं? कुछ तो छूट रहा है। कांग्रेस के कार्यकाल में करोड़ों रुपये की नकदी संसद में दिखाई गई थी। यह कांग्रेस का इतिहास है।’
प्रसाद ने कहा कि कांग्रेस राज्य में 22 वर्षो से सत्ता से बाहर रहने की वजह से कुंठित हो गई है, इसलिए प्रासंगिक बने रहने के लिए 'इस तरह का हथकंडा' अपना रही है।