चंडीगढ़. पंजाब में अगले साल चुनाव होने है। राज्य में चुनाव को लेकर सियासी सरगर्मियां अभी से महसूस की जा सकती हैं। एक तरफ जहां सत्ता में होने के बावजूद कांग्रेस पार्टी में संग्राम चल रहा है, वहीं दूसरी तरफ बीजेपी से अलग होने के बाद शिरोमणि अकाली दल ने राज्य में अपना नया साझेदार ढूंढ लिया है। पंजाब में अकाली दल और बीएसपी आने वाला विधानसभा चुनाव एकसाथ मिलकर लड़ेंगे।
आपको बता दें कि पंजाब में अकाली और बसपा के बीच गठबंधन का ऐलान सुखबीर सिंह बादल और बीएसपी महासचिव सतीश चंद्र मिश्रा ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में किया। शिरोमणि अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर बादल ने इस मौके पर कहा कि यह पंजाब की राजनीति में एक नया दिन है। सुखबीर बादल ने कहा कि शिरोमणि अकाली दल (SAD) और बहुजन समाज पार्टी (BSP) साल 2022 में होने वाला पंजाब विधानसभा चुनाव और भविष्य के चुनाव एकसाथ मिलकर लड़ेंगे।
बसपा के सांसद सतीश चंद्र मिश्र ने कहा कि यह ऐतिहासिक दिन है क्योंकि पंजाब की सबसे बड़ी पार्टी के साथ हमारा गठबंधन हुआ है। साल 1986 में बसपा और अकाली दल एक साथ मिलकर चुनाव लड़े थे और 13 सीटों में से 11 सीटें जीते थे। इस बार ये गठबंधन नहीं टूटेगा। अकाली दल ने पंजाब विधानसभा के चुनाव में बीएसपी को 20 सीटें देने का ऐलान किया है। चुनाव जीतने पर अकाली दल ने SC नेता को डिप्टी CM बनाने का वादा किया है। 25 साल बाद इन दोनों दलों के बीच पंजाब में दोबारा गठबंधन हुआ है। इससे पहले दोनों ने 1996 में चुनावी गठबंधन किया था।
किन सीटों पर चुनाव लड़ेगी मायावती की पार्टी
SAD के अध्यक्ष सुखबीर बादल ने बताया कि पंजाब की 117 सीटों में से बसपा 20 सीटों पर चुनाव लड़ेगी जबकि उनकी पार्टी बची हुई 97 सीटों पर चुनाव मैदान में अपने प्रत्याशी उतारेगी। प्राप्त जानकारी के मुताबकि, बसपा मालवा रिजन में 7, माझा रिजन में 5 और दोआब रिजन में 8 सीटें दी जा सकती है। कहा जा रहा है कि मायावती की पार्टी को करतारपुर साहिब, जलंधर वेस्ट, जलंधर नार्थ, फगवाड़ा, होशियापुर, तांडा, चमकौर साहिब, बस्सी पठाना, मेहल कलां, नवांशहर, लुधियाना नार्थ, सज्जनपुर, बोझा, पठानकोट, आनंदपुर साहिब, मोहाली, अमृतसर सेंट्रल, अमृतसर नॉर्थ और पायल सीटें दी जा सकती हैं।
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