गुजरात में आतंकी पर गदर, रुपाणी के निशाने पर अहमद पटेल
कहा जा रहा है कि गिरफ्तार आतंकी अहमदाबाद में बम विस्फोट की साजिश रच रहे थे। इसके साथ वो यहूदियों के धार्मिक स्थल को भी निशाना बनाने वाले थे। मतलब चुनाव के दौरान गुजरात को दहलाना चाहे रहे थे ये आतंकी।
नई दिल्ली: गुजरात के चुनावी समर में आईएस आतंकियों को लेकर सियासी जंग छिड़ गई है। गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अहमद पटेल पर गंभीर आरोप लगाया है। रूपाणी ने कहा कि गिरफ्तार आतंकी जिस अस्पताल में काम किया करता था उस अस्पताल के कर्ताधर्ता अहमद पटेल हैं लिहाजा उन्हें इस्तीफा दे देना चाहिए। जबकि कांग्रेस कह रही है कि भाजपा राष्ट्र हित के मुद्दे पर सियासत कर रही है।
गुजरात में आरक्षण पर कांग्रेस और बीजेपी में आर-पार का माहौल पहले ही था अब बगदादी के आतंकियों पर भी दोनों आमने-सामने हैं। सूरत से आईएस के दो आतंकियों को पकड़ा गया है और उनमें से एक कासिम टिम्बरवाला जिस सरदार पटेल अस्पताल में टेक्नीशियन था, उसके ट्रस्टी कभी कांग्रेस नेता अहमद पटेल हुआ करते थे। यही वजह है कि भाजपा अहमद पटेल का इस्तीफा मांग रही है। वहीं अहमद पटेल ने सफाई देते हुए कहा कि भाजपा के सभी आरोप बेबुनियाद हैं। ये मामला राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ा हुआ है, इसलिए इसपर राजनीति नहीं होनी चाहिए। आतंकियों पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए।
कहा जा रहा है कि गिरफ्तार आतंकी अहमदाबाद में बम विस्फोट की साजिश रच रहे थे। इसके साथ वो यहूदियों के धार्मिक स्थल को भी निशाना बनाने वाले थे। मतलब चुनाव के दौरान गुजरात को दहलाना चाहे रहे थे ये आतंकी।
गुजरात में ISIS की साजिश
- 25 अक्टूबर को सूरत से IS के दो आतंकी गिरफ्तार
- आतंकी कासिम टिम्बरवाला, उबेद अहमद गिरफ्तार
- कासिम अंकलेश्वर के अस्पताल में टेक्निशियन था
- सरदार पटेल हॉस्पिटल एंड हार्ट इंस्टीट्यूट में टेक्निशियन
- अक्टूबर में ही कासिम ने अस्पताल से इस्तीफा दिया
- आतंकी उबेद अहमद सूरत जिला कोर्ट में वकील
- गुजरात चुनाव के दौरान आतंकी हमले का प्लान
- दोनों के निशाने पर हिंदू और यहूदी धार्मिक स्थल
- वारदात को अंजाम देकर जमैका भागने का प्लान
अंकलेश्वर के जिस सरदार पटेल हॉस्पिटल एंड हार्ट इंस्टीट्यूट का जिक्र किया जा रहा है उसका ट्रस्टी कभी अहमद पटेल हुआ करते थे। इस अस्पताल में आईएस का आतंकी मोहम्मद कासिम टिम्बरवाला बतौर टेक्निशियन काम करता था। कासिम अभी पुलिस की गिरफ्त में है लेकिन भाजपा अब अहमद पटेल से जवाब मांग रही है। दरअसल 2016 के जिस वीडियो को आधार बनाकर भाजपा कांग्रेस पर आघात कर रही है उस वीडियो में कांग्रेस नेता अहमद पटेल अस्पताल में पहुंचे तत्कालीन राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी का स्वागत कर रहे हैं जबकि कांग्रेस कह रही है कि अहमेद पटेल 2014 में ही इस अस्पताल इस्तीफा दे चुके हैं।
कांग्रेस बचाव तो कर रही है अपने नेता का लेकिन भाजपा के उस सवाल पर फंस जा रही है कि आखिर जब ट्रस्टी पद से अहमद पटेल इस्तीफा दे चुके थे तो फिर राष्ट्रपति का स्वागत होस्ट बनकर क्यों कर रहे थे। गुजरात के चुनाव में भाजपा इसे बहुत बड़ा करना चाहती है इसलिए अहमद पटेल का इस्तीफा मांग रही है
जिस अस्पताल से अहमद पटेल का कनेक्शन है, वो अस्पताल कह रहा है अहमद पटेल कभी ट्रस्टी हुआ करते थे लेकिन अब उनका कोई कनेक्शन नहीं है और जिस कासिम को पकड़ा गया है उसकी नियुक्ति सभी नियमों के पालन के बाद हुई थी लेकिन इसी सफाई पर भाजपा सवालों का बौछार कर रही है।