नई दिल्ली: तेल की बढ़ती कीमतों के बीच केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने इससे निपटने का एक तरीका बताया है। उन्होंने कहा है कि वैकल्पिक ईधनों के इस्तेमाल से तेल की बढ़ती कीमतों पर काबू पाया जा सकता है। इंडिया टीवी के खास कार्यक्रम ‘आप की अदालत’ में रजत शर्मा के सवालों के जवाब देते हुए गडकरी ने कहा कि हम इथेनॉल, मेथानॉल, बायो-डीजल, बायो-सीएनजी और बिजली की मदद से पब्लिक ट्रांसपोर्ट चला सकते हैं। उन्होंने कहा कि वैकल्पिक ईंधन के इस्तेमाल से इसकी बढ़ती कीमत की समस्या से काफी हद तक निपटा जा सकता है।
पेट्रोलियम उत्पादों की कीमतों में जारी उछाल पर गडकरी ने कहा, ‘यह सही है कि तेल की कीमतें बढ़ी हैं, और जनता की अपेक्षाएं भी सही हैं। अंतरराष्ट्रीय बाजार में तेल के भाव बढ़े हैं, जहां तक टैक्स का सवाल है, आज नहीं, पहले की कांग्रेस सरकार के समय से राज्य सरकारें नहीं चाहतीं कि ईंधन पर टैक्स घटे। लेकिन इस देश में ऐसा एक दिन जरूर आएगा, जब तेल के आयात की कोई जरूरत नहीं होगी। हम इथेनॉल, मेथानॉल, बायो-डीजल, बायो-सीएनजी और बिजली के आधार पर पब्लिक ट्रांसपोर्ट चला सकते हैं।’
उन्होंने कहा, ‘पिछले दिनों धर्मेंद्र जी कैबिनेट में एक नोट लाए थे जिसमें कहा गया था कि तेल के जो कुएं हमने बंद कर रखे थे उनमें से कुछ कुओं को कम रॉयल्टी पर खोला जाए। इससे कच्चे तेल का उत्पादन बढ़ेगा। वर्तमान में ईंधन का जो संकट है उसका एकमात्र समाधान वैकल्पिक ईंधन है। मैं गंगा नदी में 100 बायो-डाइजेस्टर डालने जा रहा हूं। उद्योगपतियों से मेरी अपील है कि वे इसके लिए आगे आएं। हमारे पास गंदे पानी से मीथेन निकालने की टेक्नॉलजी है। मीथेन से कार्बन डाइ ऑक्साइड अलग कर बायो-सीएनजी बन सकता है और इससे बसें चलाई जा सकती हैं। यह तकनीकी तौर पर साबित भी हो चुका है।’
'आप की अदालत' में केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी, यहां देखें पूरा एपिसोड
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