Year Ender 2021: गुजरे साल की वो 10 बड़ी घटनाएं जिसने देश को झकझोर दिया
गुजर रहे साल के साथ नए साल का आगमन, लेकिन, बीते साल में हम कई भयावह घटनाओं के गवाह बनें।
Highlights
- कुन्नूर हादसे से लेकर लखीमपुर, दर्जनों घटनाओं ने देश को झकझोरा
- किसान आंदोलन के दौरान भी कुछ घटनाओं ने सभी को स्तब्ध कर दिया
नयी दिल्ली: 2021 हमसे विदा ले चुका है। नई उम्मीदों से भरा सूरज 2022 के साथ दस्तक दे चुका है। लेकिन, प्रत्येक वर्ष हमें कुछ खुशियां, कुछ गम, अच्छे और बुरे वक्त का अहसास कराकर गुजर जाता है। बीता साल भी कुछ ऐसा ही रहा। 2020 से कोरोनावायरस महामारी की मारा झेल रहे देश ने गुजरे साल भी इसके दंश को झेला। लाखों परिवार ने अपनों खोया। जबकि कई अन्य घटना के भी हम गवाह बनें।
आइए... आपको बताते हैं गुजरे साल घटने वाली उन बड़ी घटनाओं के बारे में जिसने हर किसी को झकझोर दिया।
1. 26 जनवरी किसान ट्रैक्टर परेड हिंसा
इस साल के पहले महीने जनवरी में ही राजधानी दिल्ली में हुई हिंसा ने देश को हिला दिया। दरअसल, 26 जनवरी गणतंत्र दिवस के दिन नए कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलनकारी किसानों ने ट्रैक्टर परेड का आयोजन किया था। दिल्ली में एंट्री के साथ ही हालात तनावपूर्ण हो गए। कुछ उपद्रवियों ने लाल किले की प्राचीर पर चढ़ धार्मिक झंडा फहरा दिया। कई जगहों पर दिल्ली पुलिस और आंदोलनकारी किसानों के बीच हिंसक झड़प भी हुई। इस दौरान पुलिस को बल प्रयोग करना पड़ा और आंसू गैस के गोले दागने पड़े। इस झड़प में दिल्ली पुलिस के सैकड़ों पुलिसकर्मी घायल हो गए थे। जबकि, एक किसानों की भी मौत हुई थी। घटना के दिन पूरे दिल्ली में हालात तनावपूर्ण बने थे।
2. कुन्नूर हैलिकॉप्टर हादसा
8 दिसंबर बुधवार का दिन देश के लिए 'काला' दिन रहा। चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) बिपिन रावत, उनकी पत्नी मधूलिका रावत समेत अन्य कुल 11 लोगों ने तमिलनाडु के कुन्नूर में हुए हेलीकॉप्टर हादसे में जान गंवा दी। इसमें मात्र एक ग्रुप कैप्टन वरूण सिंह बचे थे, जिन्होंने पिछले दिनों इलाज के दौरान जिंदगी से जंग लड़ते हुए सांसे तोड़ दी। इस घटना में सभी सवार अधिकारी मारे गए। देश ने अपने जांबाज अवसरों को खो दिया।
3. कोरोना की दूसरी लहर, जिसने किसी को न छोड़ा
साल के अप्रैल महीने में जब कोरोना महामारी की वजह से देश में जब हायतौबा जैसे हालात हो गए तब हर कोई इस बात को सोचने पर विवश हो गया कि आज वो है, उसका दोस्त है। लेकिन, कल वो रहेगा या नहीं, ये पता नहीं। पहली बार देशवासियों ने इस बात का अहसास किया था। हजारों बच्चे अनाथ हो गए। इसमें ऑक्सीजन संकट भी सुर्खियों में रहा। अस्पताल के भीतर मरीजों को बेड तक नहीं मिल रहे थे। मरीजों के परिजन ऑक्सीजन सिलिंडर के लिए भटक रहे थे। कोरोना की पहली लहर से ज्यादा दूसरी लहर में लोगों ने अपनी जानें गंवाई और संक्रमित हुए। दूसरी लहर में कुल 730 डॉक्टर्स की मौत हुई। अब तक कोरोना से हुई कुल मौत में से आधी मौत दूसरी लहर के दौरान हुई। 235,986 लोगों ने अप्रैल से लेकर जून के बीच अपनी जानें गंवाई। कोरोना से कुल मौतें 418,480 के पार हुई है।
4. नागालैंड में सुरक्षाबलों की फायरिंग में कुल 14 की मौत
इसी दिसंबर के पहले सप्ताह में नागालैंड में सैन्य गोलीबारी में 14 आम नागरिकों की मौत हो गई थी। सुरक्षाबलों द्वारा की गई फायरिंग में 6 नाबालिगों की भी मौत हुई। हालांकि, सुरक्षाबलों ने अपने बयान में बताया कि आत्मरक्षा में सेना को फायरिंग करनी पड़ी। क्योंकि, भीड़ ने सेना पर हमला किया था जब एक बोलेरो को रोकने पर भी गाड़ी नहीं रूकी और सेना को फायरिंग करनी पड़ी। इसी के बाद हिंसा भड़क गई थी।
5. सिद्धार्थ शुक्ला की मृत्यु
किसी ने सपने में भी नहीं सोचा रहा होगा कि इतनी कम उम्र में बॉलीवुड के यंग अभिनेताओं में से एक सिद्धार्थ शुक्ला दुनिया को अलविदा कह देंगे। बिग बॉस 13 के विनर 'बालिका वधु' फेम एक्टर सिद्धार्थ शुक्ला की मौत ने हर किसी का दिल दहला दिया। दरअसल, उनकी मौत की वजह हार्ट-अटैक बताया गया। किसी के लिए भी विश्वास मुश्किल था कि स्वास्थ्य रूप से इतने फिट एक्टर का निधन हार्ट अटैक से कैसे हो सकता है। उन्हें वेब सीरीज ब्रोकन बट ब्यूटीफुल 3, बालिका वधू और दिल से दिल तक में उनकी भूमिकाओं के लिए जाना गया। सबसे बड़ा सदमा उनकी गर्लफ्रेंड शहनाज गिल का लगा। मीडिया रिपोर्ट्स में ये भी दावा किया गया कि सिद्धार्थ को मौत से कुछ वक्त पहले से बेचैनी की शिकायत हो रही थी। जिसके बाद वो आराम करने के लिए शहनाज की गोद में सोए थे, लेकिन सुबह उठाने पर नहीं उठे। वहीं, एक्ट्रेस के पिता संतोख सिंह ने भी अपनी बेटी सहनाज का हाल और दर्द बयां किया, जिसे सुनकर हर किसी के आंसू छलक पड़ें। उन्होंने कहा कि सहनाज ठीक नहीं है।
6. राज कुंद्रा पोर्नोग्राफी मामला
अगस्त के महीने में अचनाक बॉलीवुड में चल रहे गहमा गहमी के बीच अभिनेत्री शिल्पा शेठ्ठी के पति बिजनेस मैन राज कुंद्रा सुर्खियों में आ गए। आरोप लगा कि राज कुंद्रा पॉर्न वीडियो बनाने के बाद पेड ऐप के जरिए उन्हें स्ट्रीम करते थे। इसके लिए कई लड़कियों से जबरन पॉर्न फिल्मों में काम कराया जाता था। हालांकि, राज कुंद्रा ने खुद पर लगे सभी आरोपों से इनकार किया। बाद में उन्हें जेल जाना पड़ा। फिलहाल वो जमानत पर बाहर हैं। कई ओटीटी प्लेटफॉर्म्स के जरिए राज कुंद्रा पर पॉर्न वीडियो रिलीज करने और शर्लिन चोपड़ा, पूनम पांडे जैसी अभिनेत्रियों ने जबरदस्ती काम करवाने का आरोप लगाया। वहीं, इस मामले में अभिनेत्री-मॉडल गहना वशिष्ठ घिरीं। गहना पर इंडस्ट्री में आने वाली लड़कियों को काम के नाम पर इस तरह के कंटेंट तैयार करवाने और पैसा ना देने का आरोप लगा।
7. मुंबई: 15 साल की नाबालिग से 33 लोगों ने किया रेप
साकीनाका रेप मामले की आग कुछ की लौह धीमी होती कि तभी महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई से सटे डोंबिवली में एक नाबालिग से रेप की वारदात सामने आई। दरिंदों ने वहशीपन की सारे हदें पार कर दी। 15 साल की लड़की के साथ 33 लोगों ने आठ महीने में अलग-अलग जगहों पर गैंगरेप किया था। नाबालिग पीड़िता के साथ दरिंदगी का सिलसिला इसी साल जनवरी में शुरू हुआ था और यह आठ महीनों तक जारी रहा। रेप करने वाले ज्यादातर आरोपी पीड़ित लड़की के पहचान वाले बताए गए। इसने इंसानियत को शर्मसार कर दिया।
8. केरल आयुर्वेद छात्रा आत्महत्या मामला
केरल जैसे सबसे ज्यादा साक्षरता वाले राज्य से जब एक छात्रा द्वारा दहेज की वजह से आत्महत्या करने का मामला आया तो हर कोई सहम गया। भले ही आयुर्वेद की छात्रा विस्मया मौत को गले लगा पति के तानों से आजाद हो गई, लेकिन इसने इस समाज को सोचने पर विवश कर दिया। 24 साल की विस्मया आयुर्वेद की पढ़ाई कर रही थी। उनकी शादी एक सरकारी कर्मचारी एस किरन कुमार से हुई थी। दहेज की वजह से पति किरन विस्मया को ना सिर्फ ताने सुनाता था बल्कि मारपीट भी करता था।
9. लखीमपुर खीरी हिंसा मामला
केंद्र के नए कृषि कानूनों का एक साल से देशभर के किसान विरोध कर रहे थे। इस बीच लखीमपुर खीरी में तीन अक्टूबर को एक एसयूवी ने चार किसानों को कुचल दिया था। ये घटना तब हुई थी जब यूपी के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य की यात्रा थी और इसका किसान विरोध कर रहे थे। इसी दौरान गाड़ी से रौंदने से एक पत्रकार, चार किसान समेत कुल नौ लोगों की मौत हो गई। इसमें चार बीजेपी कार्यकर्ता बताए गएं। आरोप केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा टेनी के बेटे आशीष मिश्रा पर है। एसआईटी टीम ने अपनी रिपोर्ट में बताया है कि ये पहले से प्लान की गई योजना थी। अब विपक्ष से लेकर किसान टेनी मिश्रा का इस्तीफा मांग रहे हैं। हालांकि, अब ये कानून वापस लिया जा चुका है।
10. किसान आंदोलन: निहंगों ने की हत्या
करीब दो महीने पहले किसान आंदोलन के दौरान सिंघु बॉर्डर से लगे हरियाणा के सोनीपत जिले के कुंडली में एक युवक की अंग-भंग लाश बैरिकेड पर लटकी मिली थी। इस घटना ने हर किसी को चौका दिया। दरअसल, 35-36 साल के युवक लखबीर सिंह को निहंगों ने बेरहमी से मार दिया था। पहले उसके हाथ-पैर काटे, उसे रस्सी से बांधकर 100 मीटर तक घसीटा और दम निकलने के बाद निहंगों ने लाश को किसान आंदोलन के मंच के सामने बैरिकेड से लटका दिया।