Xiaomi एक मशहूर चीनी मोबाइल कंपनी है, लेकिन अब उस पर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने शिकंजा कस लिया है। ईडी ने फेमा के तहत मेसर्स श्याओमी टेक्नोलॉजी इंडिया प्राइवेट लिमिटेड के 5551.27 करोड़ रुपए जब्त किए हैं। ये पैसा कंपनी के अलग-अलग अकाउंट में जमा था।
गौरतलब है कि Xiaomi India चीन स्थित Xiaomi समूह की पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी है, जोकि इलेक्ट्रॉनिक चीजों में डील करती है। ईडी ने इसी साल फरवरी में कंपनी द्वारा किए गए अवैध लेनदेन के संबंध में जांच शुरू की थी।
Xiaomi ने साल 2014 में भारत में काम शुरू किया
ED अधिकारियों का मानना है कि कंपनी ने साल 2014 में भारत में काम शुरू किया और साल 2015 से पैसा भेजना शुरू कर दिया। कंपनी ने तीन विदेशी आधारित संस्थाओं को 5551.27 करोड़ रुपए के बराबर विदेशी करेंसी इंवेस्ट की, जिसमें रॉयल्टी की आड़ में एक Xiaomi समूह इकाई भी शामिल है।
रॉयल्टी के नाम पर इतनी बड़ी रकम कंपनी के चीनी समूह की संस्थाओं के आदेश पर भेजी गई थी। इसके अलावा बाकी की दो अन्य यूएस आधारित संस्थाओं को करोड़ो रुपए का अमाउंट Xiaomi समूह की संस्थाओं के अंतिम लाभ के लिए लिया गया था।
MI ने ब्रांड नाम के तहत भारत में बड़ा कारोबार खड़ा किया
बता दें कि Xiaomi India, MI ने ब्रांड नाम के तहत भारत में मोबाइल फोन यूज़र्स का एक बड़ा हिस्सा कब्जा किया है। Xiaomi India पूरी तरह से चीन निर्मित मोबाइल सेट और इसके अन्य उत्पाद भारत में निर्माताओं से खरीदता है।
Xiaomi India ने उन तीन विदेशी आधारित संस्थाओं से कोई सेवा नहीं ली है, जिन्हें इस तरह की राशि दी गई। कंपनी ने रॉयल्टी की आड़ में अवैध तरीके से यहां से कमाई गई रकम न सिर्फ देश से बाहर भेजी, बल्कि फेमा का उल्लंघन करते हुए देश में भी करोड़ों रुपए इंवेस्ट किए। यहां ये बात भी ध्यान रखना जरूरी है कि कंपनी ने विदेशों में पैसा भेजते समय बैंकों को भी भ्रमित करने वाली जानकारी दी।
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