Negev Light Machine Gun: भारत एक तरफ से पाकिस्तान को जवाब देता है तो दुसरी छोर से चीन के नाक में दम किए रहता है। देश के सीमा पर दुश्मन बैठे हैं जिससे जवाब देने के लिए हमारी भारतीय सेना सीमा पर तैनात है। इस समय पाकिस्तान से ज्यादा चीनी सीमावर्ती क्षेत्र काफी संवेदनशील हो गया है। चीनी सीमा से सटे इस हिस्से पर भारतीय सैनिक एक्टिव मोड में रहते हैं। नॉर्थ ईस्ट का अरुणाचल प्रदेश वह राज्य है जहां सबसे अधिक सेना की टुकड़िया है। इन जगहों पर सेना अपने सबसे आधुनिक हथियार के साथ तैयारी में रहते हैं। भारतीयी सेना को हर वो तकनीक दी जा रही है जिनकी मांग वर्तमान समय में है। सेना को नए हथियारों से लैस किया गया है और इनमें इजराइल की बनी बेहद ही धातक नेगेव लाइट मशीन गन को हिस्सा बनाया गया। पिछले साल ही भारतीय सेना को इन हथियारों को सौंप दिया गया।
इजराइली सैनिक भी करते हैं यूज
पहली बार इस हथियार को डिफेंस एक्सपो और चिली में एयरोस्पेस फेयर में देखने को मिला था। नेगेव दुनिया की एकमात्र लाइट मशीन गन है जिसका इस्तेमाल सेमी-ऑटोमैटिक मोड और सिंगल बुलेट शूटिंग के लिए किया जा सकता है। इस हथियार की खास बात है कि इन्हीं हथियारों को इजराइल के सैनिक भी यूज करते हैं। यह और भी दिलचस्प है कि इस मशीन गन का नाम इज़राइल के दक्षिण में एक क्षेत्र नेगेव के नाम पर रखा गया है।
एक मिनट में 700 दाग सकती है गोलिंया
सेमी-ऑटोमैटिक फायरिंग के कारण इस मशीन गन का इस्तेमाल अचानक हमले, नजदीकी हमले सहित युद्ध की स्थितियों में आसानी से किया जा सकता है। इसमें लगे टेलिस्कोप की वजह से दुश्मन पर सटीक हमला करता है। ऑटोमैटिक मोड में यह मशीन गन एक मिनट में 700 से ज्यादा गोलियां दागने की क्षमता रखती है। इस हथियार की वजन की बात करें तो लगभग 8 किलोग्राम है, जिसे किसी भी मौसम में प्रयोग किया जा सकता है।
खिचड़ में किया जा सकता है प्रयोग
हेलीकॉप्टर, टैंक और नौसैनिक जहाजों से भी इस मशीन गन से फायरिंग की जा सकती है। इसमें लगा गैस रेगुलेटर मुश्किल हालात में अधिक पॉवर देती है। सबसे खास बात है कि इसे खिचड़ में भी इस्तेमाल किया जा सकता है। इसमें चार तरह के सेफ्टी फीचर्स भी दिए गए हैं ताकि कोई आकस्मिक फायरिंग न हो। नाटो सेना भी इसका इस्तेमाल कर रही है।
121 मिलियन डॉलर की डील
साल 2020 में भारत के रक्षा मंत्रालय ने इस्राइल के साथ करीब 121 मिलियन डॉलर की डील पक्की की थी। इज़राइल हथियार उद्योग के साथ सौदा 16,479 नेगेव लाइट मशीनगन खरीदने पर अपनी सहमति जताई थी। भारत आने से पहले यह हथियार कई परीक्षणों और परीक्षणों से गुजर चुका है। Negev 7.62X51mm LMG एक लड़ाकू हथियार है और कई देशों द्वारा इसका इस्तेमाल किया जा रहा है।
चीनी सीमावर्ती इलाकों के लिए है ये खास
इसका दायरा अधिक होने के साथ-साथ इसकी विनाशकारी शक्ति भी बहुत अधिक होती है। रक्षा विशेषज्ञों ने इसे भारतीय सेना में इस्तेमाल होने वाली बाकी राइफलों से ज्यादा खतरनाक करार दिया है। इस एलएमजी को खरीदने का फैसला मार्च 2020 में लिया गया था। इसी साल मई में चीन के साथ लद्दाख में तनाव शुरू हो गया था। इस तनाव के बाद तय हुआ कि इसे पाकिस्तान से सटे एलओसी और चीन से लगी एलएसी पर तैनात किया जाएगा।
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