राजस्थान के प्रतापगढ़ जिले में स्थित धारियावाद के पहाड़ा ग्राम पंचायत में एक आदिवासी महिला को नग्न घुमाने के मामले में राजस्थान पुलिस ने कार्रवाई की है। एडीजी क्राइम के मुताबिक इस मामले में 13 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है और 9 लोगों को हिरासत में लिया गया है। मामले का महिला आयोग ने संज्ञान लिया है। राष्ट्रीय महिला आयोग ने इस बाबत ट्वीट कर कहा कि प्रतापगढ़ में हुई दर्दनाक घटना निंदनीय है। एक महिला के साथ छेड़छाड़ की गई और उसे निर्वस्त्र किया गया तथा वीडियो रिकॉर्ड की गई। दो दिन पहले हुई इस घटना पर पुलिस की निष्क्रियता अस्वीकार्य है। एनसीडब्ल्यू प्रमुख रेखा शर्मा ने राज्य के डीजीपी को दोषियों को तुरंत गिरफ्तार करने और आवश्यक आईपीसी प्रावधान लागू करते हुए कार्रवाई करने का निर्देश दिया है। 5 दिन में हम एक विस्तृत रिपोर्ट की मांग करते हैं।
महिला आयोग ने मांगी रिपोर्ट
भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने ट्वीट इस बाबत ट्वीट करते हुए कहा, "राजस्थान के प्रतापगढ़ का वीडियो चौंकाने वाला है। इससे भी बदतर बात यह है कि राजस्थान में शासन पूरी तरह से अनुपस्थित है। सीएम मंत्री गुटों के झगड़े निपटाने में व्यस्त हैं और शेष समय दिल्ली में एक राजवंश को खुश करने में व्यतीत हो रहा है।" उन्होंने लिखा कि यह कोई आश्चर्य की बात नहीं है कि राज्य में महिला सुरक्षा के मुद्दे को पूरी तरह से नजरअंदाज किया जा रहा है। हर दिन महिलाओं के खिलाफ उत्पीड़न की घटनाएं होती हैं। राजस्थान के लोग राज्य सरकार को सबक सिखाएंगे।
सीएम अशोक गहलोत ने दिया बयान
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने इस बाबत ट्वीट कर कहा कि प्रतापगढ़ जिले में पीहर और ससुराल पक्ष के आपसी पारिवारिक विवाद में ससुराल पक्ष के लोगों द्वारा एक महिला को निर्वस्त्र करने का एक वीडियो सामने आया है। उन्होंने कहा, 'पुलिस महानिदेशक को एडीजी क्राइम को मौके पर भेजने एवं इस मामले में कड़ी से कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। सभ्य समाज में इस तरह के अपराधियों की कोई जगह नहीं है। इन अपराधियों को जल्द से जल्द सलाखों के पीछे डालकर फास्ट ट्रैक कोर्ट में मुकदमा चलाकर सजा दिलवाई जाएगी।'
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