अतीक अहमद को गुजरात से प्रयागराज लाने क्यों पहुंची यूपी पुलिस, क्या है पूरा मामला? यहां जानें
अतीक को गुजरात की साबरमती जेल से लाने के लिए 45 पुलिसकर्मियों की टीम गई हुई है। वे उसे सड़क मार्ग से प्रयागराज लाएंगे। पुलिस के इस काफिले में 6 वाहन होंगे और माफिया की सुरक्षा के लिए हाईलेवल के इंतजाम किये गए हैं।
प्रयागराज: रविवार सुबह से माफिया अतीक अहमद खबरों में बना हुआ है। हो भी क्यों नहीं, आज उसे यूपी पुलिस सड़क मार्ग से गुजरात की साबरमती जेल से प्रयागराज जो ला रही है। हालांकि यूपी पुलिस की इस कार्रवाई के खिलाफ अतीक ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल की है, जिसे लेकर कोर्ट मंगलवार 28 मार्च को सुनवाई करेगा। हालांकि अनुमान लगाया जा रहा है कि तब तक पुलिस उसे प्रयागराज ले आएगी। अब यहां सवाल उठता है कि आखिरकार यूपी पुलिस उसे प्रयागराज ला क्यों रही है?
28 मार्च को फैसला सुनाएगी कोर्ट
दरअसल अतीक को प्रयागराज की एक कोर्ट में 28 मार्च को पेश किया जाएगा। कोर्ट जिस मामले में 28 मार्च को कोर्ट फैसला सुनाएगा उसमें उमेश पाल ने झूठी गवाही देने के मामले में 5 जुलाई 2007 को FIR दर्ज कराई थी। इसमें उमेश पाल ने कहा था कि 28 फरवरी 2006 को दोपहर 3 बजे वह मोटरसाइकिल से जा रहा था तो सुलेम सराय फांसी इमली के पास अतीक अहमद और उसके गुर्गों ने उमेश पाल का अपहरण किया।
उमेश पाल से जबरदस्ती दिलाया गया था बयान
उमेश पाल ने FIR में लिखा कि अतीक अहमद ने अपनी लैंड क्रूज़र गाड़ी से उसका रास्ता रोका। अतीक के गुर्गे की एक और गाड़ी पीछे से आई मोटर साइकिल से उमेश को उतारा। जिसके बाद पिस्तौल सटा कर जबरदस्ती गाड़ी में बैठा दिया। गाड़ी में अतीक और उसके साथी रायफल लेकर बैठे थे। उमेश के मुताबिक उन्हें मारते पीटते चकिया में अतीक के दफ्तर ले जाया गया, जहां उसके साथ मारपीट की गई।
उमेश पाल को दी गई थी जान से मारने की धमकी
FIR में उमेश ने लिखा, "अतीक ने अपने वकील से एक पर्चा लेकर मुझे दिया और कहा कि इसको पढ़कर रट लो। कल अदालत में यही बयान देना नहीं तो तुम्हारी बोटी बोटी काटकर कुत्तों को खिला दूंगा। जिसके बाद अतीक ने अपने आदमी भेजकर मेरे घरवालों को उसी रात धमकाया कि तुम लोग थाना पुलिस टेलीफोन न करना नहीं तो उमेश की हत्या कर दी जाएगी। मुझे रात भर कमरे में प्रताड़ित किया गया। सुबह 10 बजे अतीक अहमद और उसके साथी गाड़ी में बैठाकर ले गए और कहा कि रात में जो पर्चा दिया था वही बयान देना नही तो लौटकर घर नहीं जाओगे।
इन 11 लोगों के खिलाफ दर्ज कराया था मामला
जिसके बाद उमेश पाल ने FIR दर्ज कराई थी। इसमें 11 लोगों के खिलाफ नामजद FIR लिखी गई थी। जिसमें अतीक अहमद, दिनेश पासी, हनीफ़, जावेद उर्फ बज्जू, फरहान, आबिद, इसरार, आसिफ उर्फ मल्ली, एजाज़ अख्तर, अशरफ उर्फ खालिद अज़ीम और अंसार के खिलाफ FIR दर्ज कराई गई थी। इसमें से अंसार की मृत्यु हो गई है। अतीक अहमद साबरमती जेल में बंद है, जिसे पुलिस वहां से ला रही है। इसके साथ ही उसका भाई अशरफ बरेली जेल में बंद है, उसे भी पुलिस प्रयागराज ला रही है। और फरहान भी जेल में बंद है।