Supreme Court News: देश की सर्वोच्च अदालत सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस 'CJI' के बाद अगले मुख्य न्यायधीश कौन होंगे, इसे लेकर कवायदें शुरू हो गई हैं। दरअसल, चीफ जस्टिस रमण का कार्यकाल 26 अगस्त को समाप्त हो रहा है। ऐसे में केंद्र सरकार ने CJI रमण से ही कहा है कि वे अपने उत्तराधिकारी के बारे में सजेस्ट करें कि अगला CJI वे किन्हें देखना चाहते हैं। चीफ जस्टिस एनवी रमण बहुत जल्दी तय करेंगे कि अगले मुख्य न्यायधीश कौन होंगे। बुधवार को केंद्र सरकार के कानून और न्याय मंत्रालय की ओर से चीफ जस्टिस रमण से नए उत्तराधिकारी के बारे में पूछे जाने के साथ ही अगले मुख्य न्यायधीश के को चुनने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। वरिष्ठता के आधार पर जस्टिस उदय उमेश ललित रमण के बाद आते हैं। इसलिए ऐसी उम्मीद व्यक्त की जा रही है कि रमण उन्हीं का नाम सजेस्ट करेंगे।
चीफ जस्टिस 24 अप्रैल 2021 को देश के 48वें मुख्य न्यायधीश बने थे। उन्होंने जस्टिस एसए बोबड़े का स्थान लिया था। बुधवार को 'भारत के मुख्य न्यायाधीश के सचिवालय को कानून और न्याय मंत्रालय की ओर से संपर्क किया गया। इसमें अनुरोध किया गया कि वह अपने उत्तराधिकारी का नाम सुझाएं।'
कैसी होती है मुख्य न्यायधीश को चुनने की प्रक्रिया
CJI चुनने को लेकर नियम के अनुसार, मुख्य न्यायाधीश सबसे अधिक वरिष्ठ जज का नाम अपने उत्तराधिकारी के तौर पर आगे बढ़ाते हैं। इस समय रमण के बाद सबसे वरिष्ठ जज उदय उमेश ललित हैं। मैमोरंडम ऑफ प्रोसीजर (MoP) के तहत ही हायर जुडिशरी में जजों की नियुक्ति तय की जाती है। इस MoP के अनुसार कार्यकाल पूरा करने वाला मुख्य न्यायाधीश कानून मंत्रालय से इस संबंध में संवाद होने पर अपना उत्तराधिकारी चुनने की प्रक्रिया शुरू करता है।
इस MoP में साफ तौर पर कहा गया है कि उच्चतम न्यायालय के सबसे वरिष्ठतम न्यायधीश को CJI का पद संभालने के लिए उपयुक्त माना जाता है। और इस संबंध में न्यायपालिका के निवर्तमान प्रमुख के विचार 'उचित समय पर' मांगे जाने चाहिए।
कौन हैं जस्टिस उदय उमेश ललित?
जिन जस्टिस ललित को मुख्य न्यायधीश चुनने के लिए नियमानुसार भी उपयुक्त माना जा रहा है। उनके बारे में जान लिया जाए। ललित का जन्म 9 नवंबर 1957 को हुआ था। 1983 से उन्होंने वकालात शुरू की। दिसंबर में 1985 तक उन्होंने बॉम्बे हाईकोर्ट में वकालात की प्रैक्टिस की। फिर दिल्ली आ गए। 2004 में वे सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ वकील के रूप में नामित हुए। वे 2जी मामलों की भी सुनवाई कर चुके हैं। उन्हें 13 अगस्त 2014 को सुप्रीम कोर्ट का जज नियुक्त किया गया था। वे इस साल 8 नवंबर को रिटायर हो जाएंगे।
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