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Hindi News भारत राष्ट्रीय हाथरस हादसा: जिसके सत्संग में मची भगदड़ और चली गई इतने लोगों की जान, कौन है ये बाबा साकार हरि?

हाथरस हादसा: जिसके सत्संग में मची भगदड़ और चली गई इतने लोगों की जान, कौन है ये बाबा साकार हरि?

यूपी के हाथरस में मंगलवार को एक दर्दनाक हादसा सामने आया जिसमें 60 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई। ये हादसा तब हुआ जब सत्संग का समापन के बाद लोग लौट रहे थे। जानिए कौन है ये बाबा नारायण साकार हरि जिनके सत्संग में ये हादसा हुआ?

hathras accident- India TV Hindi नारायण साकार हरि

उत्तर प्रदेश के हाथरस के एटा में नारायण साकार हरि के सत्संग में तब भगदड़ मच गई, जब लोग सत्संग सुनने आए थे और सत्संग में भगदड़ मच गई। इस हादसे में अबतक 60 से ज्यादा लोगों की मौत की खबर है। मृतकों की संख्या अभी बढ़ सकती है। मृतकों में ज्यादातर बच्चे, बुजुर्ग और महिलाएं शामिल हैं। मिली जानकारी के मुताबिक हाथरस के फुलरई गांव में नारायण साकार हरि का आश्रम है जहां सत्संग आयोजित किया गया था। सत्संग वाली जगह छोटी थी और भीड़ बहुत ज्यादा थी और भीड़ अनियंत्रित हो गई और भगदड़ मच गई।

सत्संग के दौरान मची भगदड़

उत्तर प्रदेश के हाथरस जिले में मंगलवार को नारायण साकार विश्व हरि के नाम से प्रसिद्ध भोले बाबा के कार्यक्रम में लाखों की संख्या में भक्तो की भीड़ जुटी। कार्यक्रम स्थल पर प्रशासन की परमिशन से ज्यादा भक्त सत्संग कार्यक्रम में पहुंचे। भोले बाबा के सत्संग के दौरान भगदड़ मच गई। मुख्य सचिव मनोज सिंह और डीजीपी प्रशांत कुमार घटनास्थल के लिए रवाना हो गए हैं। घायलों को इलाज के लिए एटा भेजा गया। घटना सिकंदराराऊ कोतवाली क्षेत्र के जीटी रोड स्थित गांव फुलराई के पास की ह

पुलिस की नौकरी से वीआरएस, फिर भगवान से साक्षात्कार

स्वयंभू संत भोले बाबा उर्फ नारायण साकार हरि बाबा खुद को लेकर कई दावे करते हैं। बकौल बाबा, वो कासगंज के पटियाली गांव के रहने वाले हैं। उत्तर प्रदेश पुलिस में 18 साल की नौकरी के बाद वीआरएस ले लिया था। वीआरएस के बाद उन्हें भगवान से साक्षात्कार हुआ। इसके बाद उनका झुकाव अाध्यात्म की ओर हुआ। मंगलवार को भी सिकंदरा राऊ के फुलरई गांव में स्वयंभू संत भोले बाबा का प्रवचन चल रहा था। कई राज्यों के हजारों लोग इसमें पहुंचे थेI सत्संग खत्म हुआ तो भीषण उमस और गर्मी से बेहाल लोग वहां से जाने लगे। निकलने की जल्दी में भगदड़ मच गई। लोग एक-दूसरे को धक्का देते हुए आगे निकलने लगेI सूत्रों के मुताबिक हाथरस में आरोपी बाबा जो सत्संग कर रहा था उसके ऊपर कई सारे आपराधिक मुक़दमे दर्ज बताए जा रहे हैं।  

कौन हैं नारायण हरि, छोड़ी आईबी की नौकरी

जिनके सत्संग में ये हादसा हुआ उनका नाम नारायण हरि है और कहा जा रहा है कि उनका कनेक्शन सियासत से भी है। कुछ मौकों पर यूपी के कई बड़े नेताओं को उनके मंच पर देखा जा चुका है। नारायण साकार हरि मूल रूप से उत्तर प्रदेश के एटा जिले के बहादुर नगरी गांव के रहने वाले हैं। उनकी शिक्षा दीक्षा यहीं हुई है। पढ़ाई खत्म करने के बाद उन्होंने आईबी यानी गुप्तचर विभाग की नौकरी कर ली और काफी समय तक नौकरी में रहे, फिर उनका ध्यान आध्यात्म में रम गया। आध्यात्मिक जीवन में आने के बाद उन्होंने अपना नाम भी बदल लिया और अपने भक्तों के बीच नारायण साकार हरि के नाम से जाने जाने लगे।

सफेद सूट और टाई-जूते में नजर आते हैं बाबा साकार हरि

नारायण साकार हरि अन्य धार्मिक बाबाओं की तरफ गेरुआ वस्त्र या कोई अलग पोशाक में नजर नहीं आते हैं। नारायण हरि अक्सर सफेद सूट, टाई और जूते पहने रहते हैं तो  कई बार कुर्ता-पायजामा भी पहने दिखाई देते हैं। साकार हरि खुद बताते हैं कि नौकरी के दिनों में उनका मन बार-बार आध्यात्म की तरफ भागता था, इसीलिए उन्होंने निस्वार्थ भाव से सेवा कार्य शुरू कर दिया। साकार हरि ने बताया कि 1990 के दशक में उन्होंने अपनी सरकारी नौकरी से इस्तीफा दे दिया था। उनके समागम या सत्संग में जो भी दान, दक्षिणा, चढावा आता है, वे अपने पास नहीं रखते, भक्तों के लिए खर्च कर देते हैं।

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