नई दिल्ली: विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने भारत में बने एक और कफ सिरप पर सवाल उठाए हैं। WHO ने इस कफ सिरप की गुणवत्ता पर सवाल खड़े करते हुए मेडिकल अलर्ट जारी किया है। डब्ल्यूएचओ कहा है कि मार्शल आइलैंड और माइक्रोनेशिया में भारतीय कंपनी के दूषित कफ सिरप की एक खेप मिली है। डब्ल्यूएचओ ने बताया कि पंजाब की क्यूपी फार्माकेम लिमिटेड कंपनी इस कफ सिरप का उत्पादन करती है।
'कफ सिरप में मिले 2 कम्पाउंड इंसानों के लिए जहरीले'
WHO ने कहा कि इस गुइफ़ेनेसिन टीजी सिरप (GUAIFENESIN SYRUP TG SYRUP) की टेस्टिंग के नमूनों में "डायथिलीन ग्लाइकॉल और एथिलीन ग्लाइकॉल की ज़रूरत से ज्यादा मात्रा" पाई गई है। दोनों कम्पाउंड इंसानों के लिए जहरीले होते हैं और अगर इनका सेवन किया जाए तो यह जानलेवा हो सकते हैं। हालांकि डब्ल्यूएचओ ने अपने बयान में ये नहीं बताया है कि इसके सेवन से कोई बीमार पड़ा है या नहीं।
Image Source : file photoकफ सिरप
केवल कंबोडिया को भेजी थी सिरप की बोतलें
वहीं, बताया जा रहा है कि क्यूपी फार्माकेम कंपनी ने सभी आवश्यक नियामकों से अनुमति लेने के बाद कंबोडिया को 18,346 बोतलों के बैच का निर्यात किया था। उन्हें नहीं पता कि यह उत्पाद मार्शल आईलैंड और माइक्रोनेशिया कैसे पहुंचा। यह कफ सिरप भारतीय बाजार में भी मौजूद है।
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पहले भी 2 कफ सिरप को लेकर जारी किया था अलर्ट
बता दें कि इससे पहले डब्ल्यूएचओ ने भारत में बने 2 कफ सिरप्स को गाम्बिया और उज्बेकिस्तान में बच्चों की मौत से जोड़ा था। उस समय WHO ने अलर्ट जारी करते हुए कहा था कि मेरियन बायोटेक के ये कफ सिरप ऐसे हैं, जो क्वालिटी से कोसों दूर हैं। ये अलर्ट AMBRONOL सिरप और DOK-1 मैक्स सिरप को लेकर जारी किया गया था। ये दोनों ही सिरप नोएडा की फार्मास्युटिकल कंपनी मेरियन बायोटेक फार्मा के बनाए हुए थे।
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