लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने सदन में आज सांसदों को भोजनावकाश देने से मना कर दिया। इसकी सूचना देते हुए उन्होंने कहा कि आज लगातार कामकाज होगा, ताकि जो समय स्थगन में गया है, उसकी कुछ हद तक भरपाई की जा सके। दरअसल, विपक्षी गठबंधन 'इंडिया' के कई घटक दलों के सांसदों ने अदाणी समूह से जुड़े मुद्दे को लेकर संसद भवन के मकर द्वार के निकट विरोध प्रदर्शन किया और मामले की जांच के लिए संयुक्त संसदीय समिति (JPC) के गठन की मांग दोहराई।
प्रवेश द्वार को अवरुद्ध करने पर बोले स्पीकर
इसके बाद लोकसभा की कार्यवाही शुरू होने पर स्पीकर ओम बिरला ने कहा, "सदस्यों को संसद के प्रवेश द्वार को अवरुद्ध नहीं करना चाहिए। मैंने पूर्व में भी आग्रह किया था, फिर आज आग्रह कर रहा हूं। संसद भवन के प्रवेश द्वार पर अवरोध होने की शिकायत कई सदस्यों ने की है। मेरा सभी राजनीतिक दलों से आग्रह है कि संसद भवन में आगमन के समय प्रवेश द्वार को अवरुद्ध नहीं करें।" अध्यक्ष ने कहा कि विशेष रूप से महिला सांसदों ने उनसे संसद में प्रवेश के समय कठिनाई होने की बात व्यक्तिगत रूप से आकर कही है।
"जो समय स्थगन में गया है, उसकी तो भरपाई करनी होगी"
उन्होंने कहा, "मैंने व्यवस्था दी है और पुन: आज व्यवस्था दे रहा हूं। सदस्यों को कोई परेशानी है तो मुझे आकर मिलें। लेकिन प्रवेश द्वार पर अवरोध नहीं हों। हमारा व्यवहार संसद की मर्यादा के अनुरूप हो।" इसके साथ ही लोकसभा अध्यक्ष ने सदन में आज भोजनावकाश नहीं होने की सूचना देते हुए कहा कि आज लगातार कामकाज होगा। उन्होंने कहा, "जो समय स्थगन में गया है, उसकी तो भरपाई करनी होगी।"
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