A
Hindi News भारत राष्ट्रीय Breast Removal Surgery: आखिर क्या है ब्रेस्ट रिमूवल सर्जरी, युवतियों में इसका चलन क्यों बढ़ रहा ?

Breast Removal Surgery: आखिर क्या है ब्रेस्ट रिमूवल सर्जरी, युवतियों में इसका चलन क्यों बढ़ रहा ?

Breast Removal Surgery: ब्रेस्ट रिमूवल सर्जरी के बारे में आपने क्या कभी सुना है। युवतियों में आखिर क्यों इसका चलन लगातार बढ़ता जा रहा है। क्या ये कोई फैशन है या फिर गंभीर समस्या, जिसके लिए युवतियां ब्रेस्ट रिमूवल सर्जरी करवा रही हैं।

Breast cancer- India TV Hindi Image Source : INDIA TV Breast cancer

Highlights

  • ब्रेस्ट कैंसर के डर से युवतियां करा रहीं रिमूवल सर्जरी
  • मां से बेटी को भी ब्रेस्ट कैंसर होने का रहता है खतरा
  • समय रहते जांच और इलाज हो जाए तो कैंसर से मिल सकता है छुटकारा

Breast Removal Surgery: ब्रेस्ट रिमूवल सर्जरी के बारे में आपने क्या कभी सुना है। युवतियों में आखिर क्यों इसका चलन लगातार बढ़ता जा रहा है। क्या ये कोई फैशन है या फिर गंभीर समस्या, जिसके लिए युवतियां ब्रेस्ट रिमूवल सर्जरी करवा रही हैं। दिल्ली के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान में गत तीन वर्षों में ऐसी 30 युवतियां ब्रेस्ट रिमूवल सर्जरी करा चुकी हैं। आखिर इसकी जरूरत क्यों पड़ रही है? ज्यादातर लड़कियां इस आशंका में यह सर्जरी करवा रही हैं कि अगर ये नहीं कराया तो उनकी शादी में व्यवधान हो सकता है या फिर उनके जीवन को खतरा हो सकता है। आइए आपको बताते हैं कि ये है क्या।

एम्स के आंकोलॉजी विभाग में ब्रेस्ट रिमूवल सर्जरी की लंबी फेहरिस्त है। एक के बाद एक युवतियां अपने ब्रेस्ट को रिमूव कराने के लिए यहां पहुंच रही हैं। इसके लिए उनके मन में अजीब सा डर है। यह डर है कैंसर का। अगर किसी की मां को ब्रेस्ट कैंसर रहा है तो मुमकिन है कि यह ब्रेस्ट कैंसर उसकी बेटी को भी अपना शिकार बना ले। इसमें ब्रेस्ट में टेनिस के आकार की गांट निकलने लगती है, जिसका साइज बाद में बढ़ने लगता है। अगर इस पर ध्यान नहीं दिया गया तो यह बाद में फुटबाल जैसा आकार ले सकती है। यह ब्रेस्ट कैंसर होता है।

क्या ब्रेस्ट कैंसर से पीड़ित रही मां से बेटी को भी हो सकता है इसका खतरा
नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ कैंसर प्रिवेंशन एंड रिसर्च के पूर्व डायरेक्टर रहे नोएडा के प्रो. डा. रवि मेहरोत्रा के अनुसार सभी मामलों में ऐसा जरूरी नहीं है। मगर कुछ मामलों में ऐसा देखा गया है कि यदि मां को ब्रेस्ट कैंसर पहले था तो उनकी बेटी में भी ब्रेस्ट कैंसर पाया गया। इसका खतरा तो रहता है। इसलिए जिनकी मां को पहले से ब्रेस्ट कैंसर रह चुका है, उनकी बेटियों को अधिक सतर्क रहने की आवश्यकता होती है। यदि उन्हें कभी भी ब्रेस्ट में गांठ जैसा कुछ महसूस हो तो तत्काल इसकी जांच करवाएं। प्रारंभिव स्टेज में ब्रेस्ट कैंसर का पता चल जाने पर इसका आसानी से इलाज हो सकता है। जितनी देर करेंगे, उतनी ही समस्या गंभीर होती जाएगी। एम्स में जिन युवतियों और महिलाओं ने ब्रेस्ट रिमूवल सर्जरी करवाई, उनमें ब्रेस्ट कैंसर को तेजी से बढ़ाने वाले एक्टिव जीन्स पाए गए थे। जेनेटिक टेस्टिंग के बाद ऐसी युवतियों ने ब्रेस्ट रिमूवल सर्जरी करवा ली। ताकि उन्हें ब्रेस्ट कैंसर न हो।

ऐसे होती है कैंसर की पहचान
डा. मेहरोत्रा के अनुसार इसके लिए दो जीन्स उत्तरदायी होते हैं। बीआरसीए-1 और बीआरसीए-2...ये दोनों जीन्स में से कोई भी यदि एक्टिव है तो ब्रेस्ट या ओवेरियन कैंसर होने का खतरा अधिक होता है। यदि मां में जेनेटिक टेस्टिंग में म्यूटेशन मिल रहा है तो उनकी बेटियों में 50 फीसद से अधिक खतरा ब्रेस्ट कैंसर का रहेगा। डा. रवि मेहरोत्रा इंडियन काउंसिल फॉर मेडिकल रिसर्च और इंडियन कैंसर रिसर्च कंसोर्टियम के सीईओ भी रहे हैं। उन्होंने बताया कि कैंसर को लेकर अब भी जागरूकता की बेहद कमी है। यदि अर्ली डिटेक्शन यानि जितना जल्दी बीमारी का पता लग जाए तो कैंसर को ठीक किया जा सकता है। प्राथमिक स्टेज में यह सिर्फ दवाओं से ठीक हो सकता है, लेकिन गंभीर होने की स्थिति में मैमोग्राफी, कीमोथेरैपी और रेडिएशन जैसी प्रक्रियाओं के जरिये इलाज किया जाता है, जो तकलीफदेह भी हो सकता है।

ब्रेस्ट कैंसर के प्रमुख कारण

  • शराब और मांस मदिरा या धूम्रपान
  • फैमिली हिस्ट्री और जीन में उत्परिवर्तन
  • देरी से गर्भ धारण करना
  • समय से पहले पीरियड्स आना
  • किसी तरह की हार्मोनल थेरेपी कराना

पुरुषों को भी हो सकता है ब्रेस्ट कैंसर
डा. मेहरोत्रा के अनुसार कई बार पुरुषों में भी ब्रेस्ट कैंसर देखने को मिल सकते हैं। यह भी वंशानुगत हो सकते हैं। निप्पल से तरल का डिस्चार्ज होना, सूजन, लाल चकत्ते, गांठ इत्यादि इसके लक्षण हो सकते हैं। वहीं महिलाओं में हार्मोन स्तर ऊपर-नीचे होने लगते हैं। इससे कैंसर कोशिकाएं असामान्य रूप से बढ़ने लगती हैं। इसलिए कैंसर के प्रति जागरूकता जरूरी है।

Latest India News