जम्मू-कश्मीर के पूर्व राज्यपाल की जान को खतरा? 'Z प्लस' सुरक्षा वापस लेने पर उमर अब्दुल्ला ने किया ऐसा ट्वीट
सत्यपाल मलिक की जेड प्लस सुरक्षा सरकार ने वापस ले ली है। इसके बाद मलिक ने केंद्र सरकार पर जमकर हमला करते हुए कहा है कि अगर उन्हें कुछ होगा तो इसकी जिम्मेदार केंद्र सरकार होगी।
श्रीनगर: जम्मू-कश्मीर के पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक की सुरक्षा कम किए जाने के उनके दावे पर प्रतिक्रिया देते हुए नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला ने मंगलवार को कहा, ‘‘जैसा करोगे, वैसा भरोगे।’’ जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री अब्दुल्ला ने मलिक पर उनकी और पार्टी में उनके सहयोगियों सहित कई नेताओं की सुरक्षा के साथ ‘‘खिलवाड़’’ करने का आरोप लगाया।
अब्दुल्ला पांच अगस्त, 2019 के बाद के उन घटनाक्रमों का स्पष्ट रूप से उल्लेख कर रहे थे, जब जम्मू- कश्मीर को केंद्र शासित प्रदेश में बदल दिया गया था और कई नेताओं को महीनों तक हिरासत में रखा गया था। मलिक उस समय जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल थे। अब्दुल्ला ने ट्वीट किया, ‘‘जैसा करोगे, वैसा भरोगे। उन्होंने मेरी और मेरे वरिष्ठ सहयोगियों सहित बहुत सारे लोगों की सुरक्षा के साथ खिलवाड़ किया था।’’
जेड प्लस सुरक्षा सरकार ने ली वापस
आपको बता दें कि सत्यपाल मलिक की जेड प्लस सुरक्षा सरकार ने वापस ले ली है। इसके बाद मलिक ने केंद्र सरकार पर जमकर हमला करते हुए कहा है कि अगर उन्हें कुछ होगा तो इसकी जिम्मेदार केंद्र सरकार होगी। सत्यपाल मलिक ने बताया कि उन्हें पुलिस मुख्यालय से जानकारी मिली है कि उन्हें अब जेड प्लस श्रेणी के तहत एलीट कमांडो की सुरक्षा नहीं मिलेगी।
सत्यपाल मलिक की जान को खतरा?
वहीं, सत्यपाल मलिक की जान को खतरा बताया जा रहा है। पाकिस्तान के आतंकी समूह, जिनके गुर्गे कश्मीर घाटी में मौजूद हैं, पूर्व राज्यपाल मलिक उन्हीं के शार्प शूटरों के निशाने पर हैं। मलिक के कार्यकाल के दौरान ही जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद 370 खत्म किया गया था। उसके बाद से ही वे आतंकियों के निशाने पर रहे हैं।
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सूत्रों के मुताबिक, जब वे जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल थे, तभी मिलिट्री इंटेलिजेंस ने इनपुट दिया था कि उन्हें शार्प शूटर निशाना बना सकते हैं। उसके बाद जम्मू-कश्मीर पुलिस सुरक्षा विंग ने भी उनकी सुरक्षा को पुख्ता बनाने की बात कही। मलिक की सुरक्षा को लेकर जेएंडके प्रशासन ने केंद्रीय गृह मंत्रालय को अलर्ट किया था। अब वे राज्यपाल के पद से हट चुके हैं, इसलिए उनके पास किसी भी श्रेणी का सिक्योरिटी कवर नहीं है।