'9 वीं फेल को और क्या कहेंगे', आप की अदालत में प्रशांत किशोर ने तेजस्वी पर कसा तंज
Aap ki Adalat: प्रशांत किशोर ने आगे कहा कि जिसके पिताजी और माताजी मुख्यमंत्री रहे, उनके बेटे नौवीं फेल.. इससे आप समझ सकते हैं कि शिक्षा की उनके लिए क्या महत्ता है।
Aap ki Adalat: 'आप की अदालत' में राजनीतिक रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने तेजस्वी पर तंज कसते हुए कहा कि 9 वीं फेल को हम 9 वीं फेल नहीं तो और क्या कहेंगे? प्रशांत किशोर ने इंडिया टीवी के एडिटर इन चीफ रजत शर्मा के सवालों का जवाब देते हुए यह बात कही। रजत शर्मा ने कहा कि प्रशांत किशोर से कहा कि तेजस्वी का राजनीतिक अनुभव उनसे कहीं ज्यादा है। तेजस्वी पिछले 12 साल से सियासत में हैं। तेजस्वी डिप्टी सीएम रहे, जबकि प्रशांत किशोर नहीं है। फिर आप उन्हें नौवीं फेल क्यों कहते हैं?
9 वीं फेल को 9 वीं फेल नहीं तो और क्या कहेंगे?
इस सवाल के जवाब में प्रशांत किशोर ने कहा कि 9 वीं फेल को 9 वीं फेल नहीं तो और क्या कहेंगे? प्रशांत किशोर ने आगे कहा कि जिसके पिताजी और माताजी मुख्यमंत्री रहे, उनके बेटे नौवीं फेल.. इससे आप समझ सकते हैं कि शिक्षा की उनके लिए क्या महत्ता है। बिहार में क्लर्क, चपरासी, सिपाही बनने के लिए छात्र कितनी मेहनत करते हैं, दिन रात एक कर देते हैं। लेकिन वे हैं कि 9वीं फेल होने के बाद भी राजा बनना चाहते हैं।
लालू यादव के बेटे हैं इसलिए आरजेडी के नेता हैं
प्रशांत किशोर ने कहा कि मेरे लिए तेजस्वी यादव की इतनी पहचान है कि वे लालू यादव के बेटे हैं इसलिए आरजेडी के नेता हैं। बिहार के नेता कभी बने नहीं। व्यक्ति के तौर पर उन्होंने ऐसा कोई काम नहीं किया कि उन्हें नोटिस करें। प्रशांत किशोर ने एक घटना का उल्लेख करते हुए कहा कि विधानसभा में नीतीश जी के साथ सरकार बनाने के बाद तेजस्वी बोल रहे थे कि समाजवाद तो हमारे पुरखे की विरासत है हमलोग ऐसे थोड़े ही छोड़ देंगे, इसपर राज तो हमलोग ही करेंगे। प्रशांत किशोर ने तेजस्वी को चुनौती देते हुए कहा कि वे समाजवाद की परिभाषा कैमरे पर बोलकर तो दिखा दें। आपका समाजवाद कैसे हो गया? समाजवाद तो लोहिया जी का है, जयप्रकाश जी का है।
नीतीश ने लालू फैक्टर की वजह से ही 12 लोकसभा सीटें जीतीं
लोकसभा चुनाव में बिहार के नतीजों पर प्रशांत किशोर ने कहा, 'पिछले 25-30 सालों से बिहार में लालू का प्रभाव सबसे बड़ा फैक्टर है। बिहार में मतदाताओं का एक बड़ा वर्ग, जिसने आरजेडी के शासनकाल में 15 साल तक जंगल राज देखा है, वह कभी भी लालू को वोट नहीं देगा। नीतीश कुमार ने इस लालू फैक्टर की वजह से ही 12 लोकसभा सीटें जीतीं।'
अगले महीने लॉन्च होने वाली अपनी जन सुराज पार्टी के बारे में प्रशांत किशोर ने कहा कि वे बिहार में करीब 2 करोड़ लोगों से 100-100 रुपए जमा करेंगे ताकि अगले साल होने वाले विधानसभा चुनावों में वे अपनी पार्टी के खर्च को पूरा कर सकें। उन्होंने कहा, 'मेरी पार्टी का जोर शिक्षा और विकास पर रहेगा।'