राज्यसभा में बुधवार को उस समय सांसद अपनी हंसी नहीं रोक पाए जब जनजातीय कार्य मंत्री अर्जुन मुंडा ने कहा कि वह अर्जुन हैं तथा अर्जुन एवं एकलव्य का संवाद एक नए तरीके से प्रारंभ होगा। उन्होंने एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय के संदर्भ में यह बात कही। उच्च सदन में प्रश्नकाल के दौरान राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के मनोज कुमार झा ने एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय के संबंध में जब पूरक सवाल पूछा तो मुंडा ने यह बात कही।
एकलव्य शब्द प्रताड़ना का प्रतीक: राजद
राजद सदस्य ने अपना सवाल पूछते हुए कहा कि एकलव्य शब्द प्रताड़ना और बहिष्कार का प्रतीक है और अगर इस विद्यालय का नाम बिरसा, फूले या पेरियार के नाम पर होता तो बेहतर होता। इस पर मुंडा ने कहा, ''जो हमारी ऐतिहासिक पृष्ठभूमि है, जो हमारे ग्रंथ हैं, उसके अनुसार एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय का नामाकरण किया गया है।''
वैसे-मैं अर्जुन हूं: मुंडा
आगे मुंडा ने कहा, ''वैसे-मैं अर्जुन हूं, इस नाते मैं कह सकता हूं कि अर्जुन-एकलव्य का संवाद अब नए तरीके से प्रारंभ हो रहा है।'' मुंडा की इस टिप्पणी पर सदन में मौजूद कई सदस्य अपनी हंसी नहीं रोक सके और ठहाके लगाकर हंसने लगे।
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