पहलवानों का प्रोटेस्ट नहीं...टुकड़े-टुकड़े गैंग, शाहीन बाग आंदोलन में सक्रिय ताकते हैं शामिल: बृजभूषण
बृजभूषण सिंह ने कहा कि अगर मेरी पार्टी मुझसे इस्तीफा मांगती है, तो मैं इस्तीफा दे दूंगा, लेकिन मुझे ये भी नहीं मालूम कि मेरे ऊपर आरोप क्या है? बृजभूषण ने कहा कि इस आंदोलन में टुकड़े-टुकड़े गैंग, शाहीन बाग, किसान आंदोलन में सक्रिय ताकतें शामिल हैं।
भारतीय कुश्ती महासंघ (WFI) के अध्यक्ष और बीजेपी सांसद बृजभूषण शरण सिंह ने जंतर-मंतर पर विरोध प्रदर्शन कर रहे पहलवानों पर जमकर प्रहार किया है। उन्होंने कहा कि ये पहलवानों का आंदोलन नहीं है। उन्होंने कहा कि अगर मेरी पार्टी मुझसे इस्तीफा मांगती है, तो मैं इस्तीफा दे दूंगा, लेकिन मुझे ये भी नहीं मालूम कि मेरे ऊपर आरोप क्या है? बृजभूषण ने कहा कि इस आंदोलन में टुकड़े-टुकड़े गैंग, शाहीन बाग, किसान आंदोलन में सक्रिय ताकतें शामिल हैं। इसके साथ ही उन्होंने बजरंग पूनिया पर गंभीर आरोप लगाया है।
'जांच के परिणाम से पहले इस्तीफा क्यों दूं'
WFI अध्यक्ष ने कहा, "मैंने कौन सा गलत काम किया है, जो इस्तीफा दे दूं। सुप्रीम कोर्ट के निर्देशानुसार FIR हो गई, दिल्ली पुलिस जांच कर रही है, तो जांच के परिणाम आने दें, उससे पहले किस चीज का इस्तीफा दूं, मुझे तो ये भी मालूम नहीं है कि मेरे ऊपर आरोप क्या है। जो नाबालिग लड़की आरोप लेकर आई है, मुझे ये भी नहीं पता कि वो कौन सी लड़की है, क्या है।"
उन्होंने कहा, "आमतौर पर अगर कोई घटना घटती है और दो घंटे एफआईआर लेट हो जाए तब भी अभियुक्त को फायदा मिलता है कि सोच-समझकर एफआईआर लिखवाई गई है। मेरे खिलाफ तो चार महीने से सोच-समझकर FIR लिखवाई जा रही है, क्योंकि ओवरसाइट कमिटी के सामने जो लड़कियां गईं और जिनके रिकॉर्ड दर्ज किए गए उन लड़कियों में उस नाबालिग बच्ची का नाम नहीं है, ये ओवरसाइट कमिटी के सामने नहीं गई है, ये ओलंपिक कमिटी के सामने नहीं गई है।"
'तीन महीने बाद लड़की का इंतजाम कर लिया'
बीजेपी सांसद ने कहा, "इस बीच, मैंने एक ऑडियो पहले से ओलंपिक कमिटी और सरकार की कमिटी सभी को दे दिया था कि बजरंग पूनिया एक लड़की से बात कर रहे हैं और कह रहे हैं कि किसी भी लड़की का इंतजाम कराओ और इन्होंने तीन महीने बाद इंतजाम कर लिया और एक नया मामला लेकर आ गए। FIR 1-2 घंटे के अंदर लिखी जाती है। यहां 2012 से घटना घट रही है। 2015, 2016 में ये घटना घटी, 10-12 साल सोच-समझकर मामला ला रहे हैं। मामला भी एक साथ नहीं, अलग-अलग रहा है, मैं तो ऐसा व्यक्ति हूं जिसके खिलाफ 4 महीने से षड्यंत्र हो रहा है।"
उन्होंने कहा, "पहलवानों के इस विरोध प्रदर्शन में टुकड़े-टुकड़े गैंग, शाहीन बाग, किसान आंदोलन में सक्रिय रही ताकतें इसमें शामिल हैं, जो हमेशा समय-समय पर मोदी जी पर हमला किया करते हैं, वही सारी ताकतें दिखाई पड़ रही हैं। मेरा इस्तीफा इनका मकसद नहीं है। मैं तो एक बहाना हूं। इनका निशाना पार्टी है।" उन्होंने कहा कि पहलवानों की मांग पर FIR दर्ज हो गई है फिर भी ये घर नहीं जा रहे हैं और सारे राजनीतिक दलों को आमंत्रित कर रहे हैं।"
बृजभूषण शरण सिंह ने कहा, "जिस तरीके से आंदोलन में प्रियंका गांधी, अरविंद केजरीवाल और अन्य नेता पहुंच रहे हैं और जिस तरीके से गाली-गलौज के भाषा का प्रयोग किया जा रहा है- मोदी जी को गाड़ देंगे, निचोड़ देंगे। एक जो स्वयं अपराधी है, बिहार का सजायाफ्ता है, गुंडा है वो आकर योगी जी का मजाक उड़ा रहा है, हंस रहा है, इससे पता चलता है कि ये खिलाड़ियों का आंदोलन नहीं है।"
'इस आंदोलन के पीछे उद्योगपति हैं'
उन्होंने कहा, "इस आंदोलन के पीछे उद्योगपति हैं और ये मुझे हर प्रकार से नुकसान पहुंचाना चाहते हैं। पानी की तरह पैसा बहा रहे हैं और ये खिलाड़ी भी पेड हैं। खिलाड़ियों को पैसे दिए जाते हैं। जब उद्योगपति मेरे खिलाफ सैड़कों-करोड़ों रुपया खर्च कर सकते हैं और जहां 5-5 लाख में मर्डर करने के लिए लोग घूमते हैं तो मेरी जान-माल का खतरा तो है। ये अगर इसमें हार जाएंगे तो जानमाल को नुकसान पहुंचाएंगे। इन्होंने तय कर रखा है कि बृजभूषण सिंह को जीने नहीं देना है।"
बीजेपी सांसद ने कहा कि कपिल सिब्बल की एक हियरिंग के लिए 50 लाख रुपये फीस है और ये लोग 9-9 वकील खड़े करते हैं, तो क्या एक सामान्य खिलाड़ी इतने महंगे वकील रख सकता है। उन्होंने कहा कि धीरे-धीरे ये आंदोलन उसी शाहीन बाग की तरह बढ़ रहा है, वे यूपी और हरियाणा को विभाजित करना चाहते हैं।