वायनाड में मौत का आंकड़ा 180 पहुंचा, रेस्क्यू ऑपरेशन जारी, राहत शिविर में पीड़ितों से मिल सकते हैं राहुल-प्रियंका
राहुल गांधी और प्रियंका गांधी राहत शिविर में पीड़ितों से मुलाकात कर सकते हैं। वहीं, सेना ने पुल बनाने का काम लगभग पूरा कर लिया है। यह पुल बनते ही राहत और बचाव कार्य में तेजी आएगी।
केरल के वायनाड में भूस्खलन की घटनाओं में मौत का आंकड़ा करीब 180 तक पहुंच गया है। 191 से ज्यादा लोग अभी भी लापता हैं। राहतकर्मियों ने करीब 1 हजार लोगों को रेस्क्यू किया है। राहत और बचाव कार्य अभी भी जारी हैं। सेना ने पुल बनाने का काम लगभग पूरा कर लिया है। सेना के अनुसार पुल गुरुवार (एक अगस्त) को बनकर पूरा हो जाएगा। यह पुल बनते ही राहत और बचाव कार्य में तेजी आएगी। राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वायनाड का दौरे हैं। दोनों नेता राहत शिविर में पीड़ित परिवारों से मुलाकात करेंगे।
मुख्यमंत्री पिनराई विजयन सर्वदलीय बैठक की अध्यक्षता करेंगे। जिला प्रशासन ने बताया कि जिले में मौजूद राज्य के मंत्री, वायनाड के विधायक और राजनीतिक दलों के नेता बैठक में शामिल होंगे। बुधवार रात तक प्राप्त जानकारी के अनुसार भूस्खलन की घटनाओं में 200 से अधिक लोग घायल हैं। जिला प्रशासन के अनुसार मृतकों में से 100 की शिनाख्त हो गई है। एक बयान में कहा गया कि तीसरे दिन भी बचाव अभियान जारी है और सेना, नौसेना तथा तट रक्षकों के दल अट्टामाला, मुंडक्कई और चूरलमाला में सघन तलाश अभियान चला रहे हैं। प्रत्येक टीम के साथ एक श्वान दल भी तैनात किया जाएगा।
शाम तक तैयार होगा पुल
वायनाड के भूस्खलन प्रभावित क्षेत्रों में बचाव अभियान तेज करने के प्रयास में मुंडक्कई और चूरलमाला के सबसे अधिक प्रभावित क्षेत्रों को जोड़ने के लिए 190 फुट लंबा ‘बेली ब्रिज’ बनाया जा रहा है। चौबीस टन भार क्षमता वाले इस पुल का निर्माण गुरुवार शाम तक पूरा होने की उम्मीद है। मद्रास इंजीनियर्स ग्रुप (#एमईजी) की टीम प्रतिकूल मौसम की स्थिति और बढ़ते जल स्तर के बावजूद दृढ़ता और समर्पण का प्रदर्शन करते हुए चूरलामलाई में पुल का निर्माण पूरा करने की दिशा में लगातार प्रगति कर रही है।
मेजर जनरल मैथ्यू का बयान
राहत और बचाव कार्य को लेकर मेजर जनरल मैथ्यू ने कह "हम 30 जुलाई की सुबह से ही केरल सरकार और लोगों की मदद कर रहे हैं। हमने 100 से ज्यादा शव बरामद किए हैं और कुल शवों की संख्या इससे कहीं ज्यादा है। हमने बहुत से लोगों को बचाया है, जिन लोगों को मदद की जरूरत थी, उनमें से लगभग सभी को बचा लिया गया है और अब हमें घरों में घुसकर देखना है कि कहीं लोग फंसे तो नहीं हैं। इसके लिए हमें भारी उपकरणों की जरूरत है। पुल का निर्माण आज सुबह 10 बजे तक पूरा हो जाएगा और उसके बाद हम भारी उपकरण साइट पर ला पाएंगे और लोगों की तलाश शुरू कर पाएंगे। हम दिन-रात पुल का निर्माण कर रहे हैं, यह आज पूरा होने जा रहा है और यह खोज और बचाव अभियान में तेजी लाएगा। हम अपने डॉग स्क्वॉड का भी इस्तेमाल करेंगे। 500 से ज्यादा सेना के जवान काम पर हैं।"
यह भी पढ़ें-
हिमाचल: शिमला और मंडी में बादल फटा, बड़ी संख्या लोग लापता, यहां पढ़ें हर अपडेट
पहाड़ों में भारी बारिश से भूस्खलन, उत्तराखंड सरकार ने जारी किए हेल्पलाइन नंबर, यहां देखें पूरी लिस्ट