Meghalaya News: मेघालय में कल 59 सीटों के लिए विधानसभा चुनाव संपन्न हुए। चुनाव परिणाम आने के बाद कई इलाकों में हिंसा की खबरें हैं। मतगणना के बाद हुई हिंसा को देखते हुए पश्चिम जयंतिया हिल्स जिला प्रशासन ने सहस्नियांग गांव में अगले आदेश तक कर्फ्यू लगा दिया है।
मेघालय विधानसभा चुनाव के रिजल्ट घोषित हुए। किसी पार्टी ने बहुमत नहीं जीता है, बीजेपी और एनपीपी के बीच बातचीत जारी है। इन सबके बीच राज्य के कई हिस्सों में चुनाव परिणाम के बाद हिंसक घटनाएं हुई हैं। इसे देखते हुए पश्चिम जयंतिया हिल्स जिला प्रशासन ने सहस्नियांग गांव में अगले आदेश तक कर्फ्यू लगा दिया है। मीडिया रिपोर्ट्स के जमकर पत्थरबाजी हुई है। कारों को आग के हवाले कर दिया गया है और सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाया गया है। हिंसा सोहरा और मायरंग जैसे क्षेत्रों में भी हुई है, जहां धारा 144 लागू की गई है।
इसके अतिरिक्त सहस्नियांग में जिला मजिस्ट्रेट ने पोस्ट-काउंटिंग हिंसा के बारे में जानकारी मिलने करने के बाद एक कर्फ्यू लगाया। वेस्ट जेंटिया हिल्स के कलेक्टर ने चिंता जताई है। उन्होंने कहा कि मेघालय चुनाव के बाद हिंसा पर यदि काबू नहीं पाया जाता, तो यह और ज्यादा फैल सकती थी। यही नहीं, सार्वजनिक संपत्ति को भी और ज्यादा क्षति पहुंचाई जा सकती थी। इस कारण कानून व्यवस्था को सुचारू बनाए रखने के लिए कर्फ्यू लगाया गया है।
धारा 144 लगाई गई
जिला मजिस्ट्रेट बीएस सोहलिया ने कहा कि तुरंत हिंसा को रोकने और क्षेत्र में सार्वजनिक शांति को बहाल करने के लिए धारा 144 सीआरपीसी के तहत कर्फ्यू को साहस्नियांग गांव में तत्काल प्रभाव से लगाया गया है और आगे के आदेशों तक जारी रहेगा।
जानिए क्यों फैली हिंसा
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार बताया गया कि सोहरा में एक स्थानीय समाचार चैनल ने गलत खबर प्रसारित कर दी कि एनपीपी उम्मीदवार ग्रेस मैरी खारपुरी को शेला विधानसभा क्षेत्र से जीत हासिल हुई है। हालांकि वह बढ़त बनाए हुई थीं, लेकिन बाद में इस सीट से यूडीपी के उम्मीदवार बालाजिद सिंक ने जीत हासिल की। इसी के साथ एनपीपी के कार्यकर्ता हिंसा पर उतारू हो गए और जमकर पत्थरबाजी की। बता दें कि कल आए चुनाव परिणाम में संगमा की पार्टी एनपीपी ने 59 में से 26 सीट पर जीत दर्ज की है।
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