Vice President Election: तृणमूल कांग्रेस (TMC) ने फैसला किया है कि वह उपराष्ट्रपति चुनाव से दूरी बना कर रखेगी। विपक्ष की उम्मीदवार मार्गरेट अल्वा (Margaret Alva) ने टीएमसी के इस फैसले को ‘निराशाजनक’ करार दिया है। मार्गरेट अल्वा ने शुक्रवार को उम्मीद जताई कि ‘साहस की प्रतीक’ ममता बनर्जी इस चुनाव में विपक्ष के साथ खड़ी होंगी। दूसरी तरफ, ममता बनर्जी की पार्टी ने कहा कि वह अल्वा के खिलाफ नहीं है और कभी भी एनडीए के उम्मीदवार जगदीप धनखड़ का समर्थन नहीं करेगी। TMC का कहना है कि उसने चुनाव से अनुपस्थित रहने का सैद्धांतिक फैसला किया है क्योंकि अल्वा का नाम अन्य विपक्षी दलों ने ‘एकतरफा ढंग से’ तय किया।
"ये वक्त अहंकार और गुस्से का नहीं है"
उपराष्ट्रपति पद के लिए विपक्ष की उम्मीदवार मार्गरेट अल्वा ने ट्वीट किया, ‘‘उप राष्ट्रपति चुनाव से तृणमूल कांग्रेस का अनुपस्थित रहने का फैसला निराशाजनक है। यह वाद-विवाद, अहंकार और गुस्से का समय नहीं है। यह साहस, नेतृत्व और एकता का समय है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘मेरा विश्वास है कि ममता बनर्जी, जो साहस का प्रतीक हैं, विपक्ष के साथ खड़ी होंगी।’’
TMC-AAP नहीं थे बैठक में शामिल
बता दें कि देश के 17 विपक्षी दलों ने बीते रविवार को उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए वरिष्ठ कांग्रेस नेता मार्गरेट अल्वा को अपना साझा उम्मीदवार घोषित किया था। तृणमूल कांग्रेस और आम आदमी पार्टी का कोई नेता अल्वा के नामांकन के मौके पर नहीं पहुंचा था। ये दोनों दल उस बैठक में भी शामिल नहीं हुए थे जिसमें अल्वा को विपक्ष का साझा उम्मीदवार बनाने का फैसला हुआ था। उपराष्ट्रपति पद के लिए विपक्ष के उम्मीदवार की घोषमा के दौरान शरद पवार ने कहा था कि वह तृणमूल कांग्रेस की प्रमुख ममता बनर्जी और आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल के संपर्क में हैं।
ये कदम मोदी और ममता के बीच सहमति का हिस्सा?
मार्गरेट अल्वा के ट्वीट पर तृणमूल कांग्रेस के प्रवक्ता कुणाल घोष ने कहा, ‘‘हमारे राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी ने कल स्पष्ट किया कि हम मार्गरेट अल्वा के खिलाफ नहीं हैं, बल्कि उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए उम्मीदवार चुनने का जो एकतरफा फैसला किया गया उसके खिलाफ हैं। इसमें कोई दूसरा मुद्दा नहीं है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘हम आशा करते हैं कि हमारा सैद्धांतिक रुख आने वाले दिनों में विपक्षी एकता को मजबूत करने में मदद करेगा और भविष्य में ऐसे कदम पर विराम लगाएगा।’ घोष ने माकपा के इस आरोप को भी खारिज कर दिया जिसमें कहा गया था कि तृणमूल कांग्रेस का कदम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और ममता बनर्जी के बीच सहमति का हिस्सा है।
जगदीप धनखड़ के समर्थन पर टीएमसी सख्त
कुणाल घोष ने कहा, ‘‘पश्चिम बंगाल के राज्यपाल पद पर रहते धनखड़ ने एक पार्टी विशेष के हित में काम किया। हम ऐसे व्यक्ति का समर्थन नहीं कर सकते। तृणमूल कभी कुछ ऐसा नहीं करेगी जिससे धनखड़ की संभावना को बल मिलता हो।’’ उल्लेखनीय है कि तृणमूल कांग्रेस के महासचिव अभिषेक बनर्जी ने गुरुवार को कहा कि उनकी पार्टी आगामी उपराष्ट्रपति चुनाव से दूर रहेगी। उन्होंने कहा कि तृणमूल कांग्रेस उसे जानकारी दिए बिना विपक्षी उम्मीदवार का फैसला करने के तरीके से सहमत नहीं है। राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) ने पश्चिम बंगाल के पूर्व राज्यपाल जगदीप धनखड़ को उपराष्ट्रपति पद के चुनाव में अपना उम्मीदवार बनाया है, जिनका मुकाबला अल्वा से होना है।
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