जमीयत उलेमा-ए-हिंद के अध्यक्ष मौलाना महमूद मदनी के बयान पर विश्व हिंदू परिषद (विहिप) द्वारा कड़ी प्रतिक्रिया दी गई है। विहिप ने इस मामले पर कहा है कि जमीयत आतंकवाद और अलगाववाद जैसे विषयों पर चुप क्यों रहता है। विश्व हिंदू परिषद के राष्ट्रीय प्रवक्ता विनोद बंसल ने मदनी के बयान पर तीखी प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि जमीयत की 34वीं आम सभा में बोलते हुए इसके चौधरी मौलाना मदनी बात तो बराबरी की करते हैं, लेकिन जहर अलगाववाद का बोते हैं। उन्होंने कहा कि मदनी ने कहा कि इस्लाम सबसे पुराना धर्म है और वो बाहर से नहीं आया है। यह मुसलमानों का पहना वतन है। लेकिन वो किसी भी मुसलमान को वंदे मातरम या भारत माता की जय बोलने को नहीं कहते हैं।
विश्व हिंदू परिषद ने की आलोचना
विहिप की प्रवक्ता ने मौलाना मदनी के बयान को लेकर आगे कहा कि ये सरकार और न्यायपालिका पर उंगली उठाएंगे। सरकार को शुतुरमुर्ग बोलेंगे। लेकिन जेहादियों के प्रति एक शभ्द भी नहीं बोलते हैं। लेकिन ये यह नहीं बताएंगे कि अलगाववाद, आतंकवाद और आपसी वैमनस्य फैलाने के लिए कौन जिम्मेदार है, कौन सी विचारधारा इसके लिए जिम्मेदार है।
मुस्लिम युवाओं को भटकाने का काम
विनोद बंसल ने आगे कहा कि विवाह और समान नागरिक संहिता पर जमीयत के रुख को लेकर कहा कि ये प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और आरएसएस के सरसंघचालक मोहन भागवत से तुलना करते हुए कहते हैं कि वे इन दोनों से न तो एक इंच आगे है और न ही एक इंच पीछे है। यहां आगे पीछे की बात कौन कर रहा है। लेकिन काम भी तो वैसा ही कीजिए। विहिप नेता ने मुस्लिम युवाओं को भड़काने, भटकाने और लड़ाते रहने के रवैये को लेकर भी खूब आलोचना की।
बता दें कि मौलाना मदनी ने देश की तरक्की में मुसलमानों के अहम योगदान की बात कही थी। उन्होंने कहा था कि इस्लाम इस जमीन की पैदाईश है। हम बाहर से नहीं आए हैं। यह मुसलमानों का पहला वतन है। उन्होंने सरकार व कोर्ट पर भी निशाना साधा था। मदनी ने कहा कि धर्म के आधार पर भेदभाव नहीं होना चाहिए। देश में इस्लामोफोबिया फैलाया जा रहा है। उन्होंने कहा था कि यह देश जितना मोदी और भागवत का है उतना ही मदनी का भी है। ना एक इंच वो आगे हैं ना एक इंच हम पीछे हैं।
(इनपुट-आईएएनएस)
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