CRPF जवानों को लेकर जा रही गाड़ी फिसलकर सिंध नाले में गिरी, हादसे में 8 जवान घायल
नीलग्रार हेलीपैड के पास रविवार सुबह एक बड़ा हादसा हो गया। सीआरपीएफ जवानों को लेकर जा रहा एक वाहन सिंध नाले में लुढक गया। इस हादसे में कई जवान घायल हो गए।
जम्मू-कश्मीर में रविवार सुबह एक बड़ा हादसा हो गया। सीआरपीएफ (CRPF) की गाड़ी सिंध नाला में जा गिरी। इस हादसे में कम से कम 8 जवान घायल हो गए। ये हादसा नीलग्रार हेलीपैड के पास हुआ। घायल सभी जवानों को इलाज के लिए बेस कैंप अस्पताल बालटाल लाया गया है। जानकारी के मुताबिक, हादसा तब हुआ सीआरपीएफ जवानों को लेकर जा रही पंजीकरण संख्या- HR36AB/3110 वाली गाड़ी सड़क से फिसलकर सिंध नाले में जा गिरी। अधिकारियों ने बताया कि सीआरपीएफ कर्मी बालटाल के रास्ते अमरनाथ गुफा मंदिर की ओर जा रहे थे, तभी यह हादसा हुआ।
अमरनाथ यात्रा के मद्देनजर CRPF जवानों की तैनाती
बता दें कि अमरनाथ यात्रा को और सुरक्षित बनाने के लिए बड़ी संख्या में सीआरपीएफ के जवानों को तैनात किया गया है, क्योंकि अर्धसैनिक बल नवीनतम उपकरणों से लैस हैं और कश्मीर में सुरक्षा घेरे को बढ़ाने में मददगार साबित होंगे। सीआरपीएफ के उप महानिरीक्षक आलोक अवस्थी ने बताया कि हम 24 घंटे, साल के 365 दिन सेवा में तैनात रहते हैं, चाहे यात्रा हो या न हो। यात्रा के मद्देनजर बलों की संख्या में बढ़ोतरी की गई है और अधिक सावधानी बरती जा रही है।
सीआरपीएफ के उप महानिरीक्षक ने बताया कि सीआरपीएफ दक्षिण कश्मीर में मौके पर निगरानी करने के लिए आधुनिक उपकरणों व हथियारों का इस्तेमाल कर रही है। उन्होंने बताया कि हम दुनिया में उपलब्ध सबसे आधुनिक तकनीक का इस्तेमाल कर रहे हैं। यह पूछे जाने पर कि क्या अमरनाथ की पवित्र गुफा के लिए चल रही तीर्थयात्रा पर कोई खतरा है, अधिकारी ने कहा कि सीआरपीएफ पूरे साल शांति सुनिश्चित करने पर ध्यान केंद्रित करती है।
"प्राथमिकता लोगों की सुरक्षा है, जवान आराम नहीं करते"
उन्होंने कहा, "कोई विशिष्ट खतरा नहीं है, लेकिन यात्रा हो या न हो, हमारी प्राथमिकता लोगों की सुरक्षा है और हमारे जवान आराम नहीं करते। वे चौबीसों घंटे काम करते हैं। वे 365 दिन तैनात रहते हैं। मैं आपको विश्वास दिलाता हूं कि हम आपकी सेवा में हैं।" उन्होंने तीर्थयात्रा के लिए स्थानीय आबादी के समर्थन की सराहना भी की। बता दें कि हिमालयी क्षेत्र में स्थित 3,888 मीटर ऊंचे गुफा मंदिर की 62 दिवसीय वार्षिक तीर्थयात्रा एक जुलाई को शुरू हुई, जो 31 अगस्त तक चलेगी।