Uttarakhand Lecturer Recruitment: उत्तराखंड लोक सेवा आयोग की साल 2018-19 में हुई उत्तराखंड अधीनस्थ शिक्षा 'प्रवक्ता संवर्ग- समूह ग (लेक्चरर) परीक्षा (UPSC Lecturer Recruitment Exam 2018-19) मामले में एक युवती द्वारा आयोग के सदस्य पर शारीरिक संबंध बनाने की मांग करने और रुपये मांगने की शिकायत पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। उत्तराखंड 'डीजीपी अशोक कुमार' का कहना है कि देहरादून SSP को मामले की जांच का जिम्मा सौंपा गया है। जानकारी के मुताबिक, युवती का आरोप है कि साल 2018-19 में उत्तराखंड अधीनस्थ शिक्षा (प्रवक्ता संवर्ग समूह ग) की लिखित परीक्षा पास करने के बाद उन्हें महिला व सामान्य वर्ग में इंटरव्यू के लिए चयनित किया गया। आरोप है कि इंटरव्यू के बाद आयोग के सदस्य ने उन्हें डॉक्यूमेंट्स वेरिफिकेशन करने के नाम पर फोन किया और शारीरिक संबंध बनाने की मांग की।
इंटरव्यू बहुत अच्छा होने के बावजूद नहीं हुआ चयन
शिकायतकर्ता युवती ने जब लोक सेवा आयोग के आरोपित सदस्य से फोन पर बातचीत की तो सामने वाले ने महिला को आश्वासन देते हुए कहा कि आने वाली अन्य भर्तियों में उनका काम हो जाएगा। ऐसे में युवती ने इस तरह धोखाधड़ी की शिकायत देहरादून SSP और DGP अशोक कुमार को मोबाइल व्हाट्सएप के माध्यम से एक फोन बातचीत का ऑडियो क्लिप सहित शिकायती पत्र भेजा है। युवती के शिकायती पत्र में कहा गया है कि वह मई 2019 महिला शाखा के लिए इंटरव्यू के लिए उपस्थित हुई, और इंटरव्यू बहुत अच्छा होने के बावजूद उनका चयन नहीं हुआ था।
पैनलिस्ट ने अलग से मिलने के लिए बुलाया
युवती का आरोप है कि जून में, जब वह सामान्य शाखा के इंटरव्यू के लिए उपस्थिति थीं, तब पैनलिस्ट जय देव सिंह ने कहा कि उन्होंने मेरा इंटरव्यू पहले भी लिया था, इसलिए अब इसकी कोई जरुरत नहीं है। इंटरव्यू के बाद युवती देहरादून में अपने घर के लिए निकली थी कि तभी आधे घंटे बाद उन्हें चयन आयोग से फोन आया कि उनके डॉक्यूमेंट्स अधूरे हैं और कहा गया कि उन्हें कल बुलाया जाएगा। युवती ने आरोप लगाया कि अगले दिन, जय देव सिंह के सहायक ने उन्हें फोन कर कहा कि सिंह उनसे मिलना चाहते हैं और 10 मिनट में एक विशेष स्थान पर पहुंचने के लिए कहा।
पैनलिस्ट ने बनाया शारीरिक संबंध बनाने का दबाव
आरोप लगाने वाली युवती के मुताबिक, ''जब मैं वहां पहुंची, तो मुझे उसके सहायक का एक और फोन आया, जिसने मुझे एक अपार्टमेंट बिल्डिंग में स्थित अपने कार्यालय में आने के लिए कहा। अपने कार्यालय में, सिंह ने पहले पैसे मांगे, फिर मुझ पर शारीरिक संबंध बनाने का दबाव बनाते हुए मेरा रिजल्ट खराब करने तक की बात कही।'' युवती ने आरोप लगाया कि योग्य उम्मीदवार होने के बावजूद उसका चयन नहीं किया गया।
मामले की गंभीरता को देखते हुए पूरे प्रकरण की जांच डीजीपी अशोक कुमार ने देहरादून एसएसपी दलीप सिंह कुंवर को सौंपी है।
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