UNSC: भारत आतंकवाद के खिलाफ 29 अक्टूबर को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) के 15 देशों के राजनयिकों की एक विशेष बैठक की मेजबानी करेगा। संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में भारत का अस्थायी सदस्य के रूप में दो साल का कार्यकाल इस साल दिसंबर में समाप्त होने वाला है। दिसंबर में देश संयुक्त राष्ट्र की इस शक्तिशाली निकाय की अध्यक्षता भी करेगा। भारत 2022 के लिए सुरक्षा परिषद की आतंकवाद रोधी समिति की अध्यक्षता करेगा और आतंकवाद के खिलाफ अक्टूबर में अमेरिका, चीन और रूस सहित संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के 15 देशों के राजनयिकों की एक विशेष बैठक की मेजबानी करेगा।
सुरक्षा परिषद के वर्तमान सदस्यों में शामिल हैं ये देश
सुरक्षा परिषद के वर्तमान सदस्यों में अल्बानिया, ब्राजील, गैबॉन, घाना, भारत, आयरलैंड, केन्या, मैक्सिको, नॉर्वे और संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) के साथ-साथ पांच स्थायी सदस्य चीन, फ्रांस, रूस, ब्रिटेन और अमेरिका शामिल हैं। समिति की वेबसाइट पर उपलब्ध जानकारी के अनुसार, ‘‘नई और उभरती प्रौद्योगिकियों के दुरुपयोग से उत्पन्न खतरे को ध्यान में रखते हुए, संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की आतंकवाद रोधी समिति (सीटीसी) ने इस विषय पर 29 अक्टूबर, 2022 को भारत में अपने कार्यकारी निदेशालय (सीटीईडी) के सहयोग से एक विशेष बैठक आयोजित करने का निर्णय किया है।’’
वेबसाइट पर उपलब्ध जानकारी के अनुसार, विशेष बैठक में खासकर तीन महत्वपूर्ण क्षेत्रों पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा, जहां उभरती हुई प्रौद्योगिकियां का तेजी से विकास हो रहा है। सदस्य देशों द्वारा इनके बढ़ते इस्तेमाल (सुरक्षा और आतंकवाद रोधी उद्देश्यों सहित) और आतंकवादी कृत्यों के लिए इसके इस्तेमाल के बढ़ते खतरे, अर्थात इंटरनेट और सोशल मीडिया, आतंकवाद के वित्त पोषण, और मानव रहित हवाई प्रणाली (यूएएस) में इसके इस्तेमाल पर चर्चा की जाएगी।
यूएन में भारत की पहली स्थायी महिला दूत रुचिरा कंबोज ने संभाला कार्यभार
संयुक्त राष्ट्र (United Nations) में भारत की पहली महिला स्थायी प्रतिनिधि के रूप में कार्यभार संभालने वाली राजदूत रुचिरा कंबोज ने कहा कि वह एक ऐसे रचनात्मक कार्यकाल की कामना कर रही हैं, जो देश के संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में बाकी बचे कार्यकाल में और उसके बाद भी भारत की राष्ट्रीय प्राथमिकताओं को बहुपक्षीय ढांचे का रूप दे पाए। कंबोज (58) ने संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंतोनियो गुतारेस को मंगलवार को अपना परिचय पत्र सौंपा था। वह 1987 बैच की भारतीय विदेश सेवा (आईएफएस) अधिकारी हैं और भूटान में भारत की राजदूत के रूप में सेवाएं दे चुकी हैं। उन्हें जून में संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय में भारत की स्थायी प्रतिनिधि के रूप में नियुक्त किया गया था। उन्होंने राजदूत टीएस तिरुमूर्ति की जगह ली है।
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