संयुक्त किसान मोर्चा नेताओं ने रविवार को बैठक कर करीब 10 एजेंडो पर चर्चा की, जिसमें सरकार द्वारा किए गए वायदों के अलावा विभिन्न मुद्दों पर चर्चा हुई। मोर्चा ने 26 सितंबर को देश भर में सांसदों-विधायकों को मांगपत्र सौंपने का एलान किया है। वहीं 3 अक्टूबर को लखीमपुर के चार किसानों और एक पत्रकार मृत्यु के एक साल पूरा होने पर, एसकेएम देश भर में किसानों और पत्रकारों को श्रद्धांजलि देगा, साथ ही केन्द्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्र टैनी के अब तक मंत्री पद पर बनाए रखने, बेगुनाह किसानों को जेल में बंद रखने और घटना में पीड़ित परिवार को आर्थिक मदद और नौकरी देने के वायदे से मुकर जाने के खिलाफ विरोध-प्रदर्शन करेगा। इस प्रदर्शन में किसान केन्द्र सरकार की अर्थी निकालने, पुतला फूंकनें जैसी तमाम गतिविधियों के जरिए आक्रोश दर्शाएंगे।
इसके अलावा 26 नवंबर को तीनों कृषि कानूनों की वापसी की मांग को लेकर दिल्ली मोर्चा के एक साल होने पर सभी राज्यों की राजधानियों में राजभवन के सामने विरोध-प्रदर्शन भी करेगा। मोर्चा की इस बैठक में कुछ नए मुद्दों और मांगों को जोड़ने की भी बात कही, इसके तहत मोर्चा नें यह निर्णय लिया है कि, किसानों के कर्जा माफी, कृषि बीमा और किसान पेंशन की मांग एसकेएम के डिमांड चार्टर में जुड़ी हैं।
संयुक्त किसान मोर्चा समन्वय समिति से योगेंद्र यादव का इस्तीफा
संयुक्त किसान मोर्चा समन्वय समिति से योगेंद्र यादव ने इस्तीफा दे दिया है। फिलहाल इस्तीफे के पीछे का कारण साफ नहीं हुआ है। उन्होंने हालांकि कहा कि वह मोर्चा के एक 'सिपाही' बने रहेंगे। एसकेएम ने रविवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान यादव का इस्तीफा सार्वजनिक किया। यादव ने पत्र में कहा है कि वह अब एसकेएम की समन्वय समिति में नहीं रहेंगे।
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