केन्द्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने विश्वविद्यालय अनुदान आयोग की राष्ट्रीय पात्रता परीक्षा (यूजीसी-नेट) का प्रश्नपत्र लीक होने के मामले में उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में शनिवार को एक व्यक्ति से पूछताछ की। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि प्रश्नपत्र का एक हिस्सा त्वरित संदेश सेवा ‘टेलीग्राम’ पर पोस्ट करने वाले संदिग्ध को जिले के पडरौना कोतवाली ले जाया गया जहां सीबीआई की भ्रष्टाचार निरोधक शाखा की टीम उससे पूछताछ कर रही है। उन्होंने बताया कि ऐसा माना जा रहा है कि संदिग्ध ने राजस्थान के कोटा में नेट की कोचिंग की थी।
सीबीआई ने दर्ज किया केस
सीबीआई ने केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय के निर्देश पर यूजीसी-नेट का प्रश्नपत्र लीक करने के मामले में अज्ञात लोगों के खिलाफ बृहस्पतिवार को प्राथमिकी दर्ज की थी। यूजीसी-नेट के माध्यम से भारतीयों को जूनियर रिसर्च फेलोशिप, सहायक प्रोफेसर के रूप में नियुक्ति और भारतीय विश्वविद्यालयों एवं कॉलेजों में पीएचडी में प्रवेश के लिए पात्रता निर्धारित की जाती है। वर्ष 2024 में नेट का आयोजन 18 जून को किया गया था। शिक्षा मंत्रालय ने राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी (एनटीए) द्वारा आयोजित यूजीसी-नेट को रद्द करने का बुधवार को आदेश दिया था। इस मामले की जांच केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) को सौंपी गई है।
सीबीआई को शिक्षा मंत्रालय की तरफ से मिली शिकायत
बता दें कि सीबीआई को लिखित शिकायत मिनिस्ट्री ऑफ एजुकेशन की तरफ से मिली थी। यह शिकायत सेकेट्री संजय मूर्ति ने 20 जून 2024 को की है। इस शिकायत में संजय मूर्ति ने कहा कि यूजीसी नेट 2024 की परीक्षा का आयोजन नेशनल टेस्टिंग एजेंसी यानी एनटीए ने 18 जून 2024 को दो अलग-अलग शिफ्ट में कंडक्ट कराया गया था। 19 जून को यूनिवर्सिटी ग्रांट कमीशन यानी यूजीसी को नेशनल साइबर क्राइम थ्रेट एनेलिसिस यूनिट की तरफ से इस तरह के इनपुट्स मिले कि ये परीक्षा कॉम्प्रोमाइज्ड हो चुकी है। यानी इस तरह का शक था कि परीक्षा में कुछ गड़बड़ हुई है।
(इनपुट-भाषा)
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