नई दिल्ली: तुर्की और सीरया में सोमवार को आए भूकंप ने भीषण तबाही मचाई है। खबर लिखे जाने तक इस आपदा की वजह से 4000 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है और हजारों लोग लापता हैं। इस घटना में घायलों की संख्या भी हजारों में है। यहां के हॉस्पिटल घायलों से पटे पड़े हैं और पीड़ितों को वहां जगह नहीं मिल पा रही है। लेकिन अगर आप सोच रहे हैं कि ये इतिहास का सबसे भयानक भूकंप है तो आपको बता दें कि ऐसा बिल्कुल भी नहीं है। इतिहास में अब तक का सबसे भयंकर भूकंप चीन के शांक्सी में साल 1556 में आया था, जिसमें करीब 8 लाख 30 हजार लोगों के मरने और घायल होने की खबर सामने आई थी।
भूकंप की वजह से चीन में हुई थीं सबसे ज्यादा मौतें
अगर भूकंप की वजह से मौतों के मामलों की बात करें तो चीन के शांक्सी में आया भूकंप सबसे ज्यादा विनाशकारी था। ये भयानक भूकंप 23 जनवरी को साल 1556 में आया था। इसमें करीब 8 लाख 30 हजार लोगों के मरने की खबर सामने आई थी। रिक्टर पैमाने पर इसकी तीव्रता 8 थी। भूकंप सुबह के वक्त जल्दी ही आया था और उस समय लोग अपने घरों में सो रहे थे। इसलिए इस भूकंप की वजह से लाखों लोगों की मौत सोते समय ही हुई थी। इसे चीनी इतिहास में सबसे घातक प्राकृतिक आपदाओं में से एक माना जाता है।
तीव्रता के मामले में चिली में सबसे तेज हिली थी धरती
वहीं अगर रिक्टर पैमाने पर सबसे ज्यादा तीव्रता वाले भूकंप की बात करें तो यह चिली में आया था। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, अब तक सबसे ज्यादा तीव्रता का भूकंप चिली के वाल्डीविया में आया था। यहां भूकंप की रिक्टर पैमाने पर तीव्रता 9.5 थी। इस भूकंप की वजह से 1655 लोगों की मौत हुई थी और 3 हजार से ज्यादा लोग घायल हुए थे।
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