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Hindi News भारत राष्ट्रीय साल 2022 का आखिरी 'मन की बात' एपिसोड, जानिए पीएम मोदी ने क्या कहा

साल 2022 का आखिरी 'मन की बात' एपिसोड, जानिए पीएम मोदी ने क्या कहा

पीएम मोदी के मासिक कार्यक्रम 'मन की बात' कार्यक्रम का 96 वां एपिसोड था। इस कार्यक्रम को आकाशवाणी, दूरदर्शन के साथ ही विभिन्न ​मीडिया चैनलों पर प्रसारित किया गया।

मन की बात- India TV Hindi Image Source : TWITTER मन की बात

25 दिसंबर 2022, साल का अंतिम रविवार और महीने के अंतिम को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मन की बात का एपिसोड प्रसारित होता है। सुबह 11 बजे पीएम के मन की बात का इस साल का आखिरी और 96 वां एपिसोड प्रसारित हुआ। इस एपिसोड में प्रधानमंत्री मोदी ने क्रिसमस की बधाई और पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी को श्रद्धांजलि अर्पित की। इसके साथ ही उन्होंने बढ़ रहे कोरोना को लेकर देशवासियों से सावधानी बरतने की अपील भी की। आइए इस लेख में जानते हैं कि अपने संबोधन के दौरान पीएम मोदी ने कौन सी 10 बड़ी बातें कहीं- 

  1. साल के अंत में कोरोना के बढ़ते खतरे को देखते हुए पीएम मोदी ने कहा कि दुनिया के कई देशों में कोरोना बढ़ रहा है। हमें इससे सावधान रहने की जरूरत है। उन्होंने कहा, "आप भी देख रहे हैं, कि, दुनिया के कई देशों में कोरोना बढ़ रहा है, इसलिए हमें, मास्क और हाथ धुलने जैसी सावधानियों का और ज्यादा ध्यान रखना है। हम सावधान रहेंगे, तो सुरक्षित भी रहेंगे और हमारे उल्लास में कोई रूकावट भी नहीं पड़ेगी।"
  2. अपने संबोधन के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि अपनी कला-संस्कृति के प्रति देशवासियों का ये उत्साह ‘अपनी विरासत पर गर्व’ की भावना का ही प्रकटीकरण है। हमारे देश में तो हर कोने में ऐसे कितने ही रंग बिखरे हैं। हमें भी उन्हें सजाने- सवाँरने और संरक्षित करने के लिए निरंतर काम करना चाहिए। उन्होंने कहा कि जैसे कला, साहित्य और संस्कृति समाज की सामूहिक पूंजी होते हैं, वैसे ही इन्हें, आगे बढ़ाने की जिम्मेदारी भी पूरे समाज की होती है। 
  3. स्थानीय और स्वदेशी उत्पादों को बढ़ावा देने के लिए पीएम मोदी ने कहा कि नए वर्ष पर हम एक-दूसरे को गिफ्ट आदि देते हैं तो क्यों न हम स्थानीय व स्वदेशी उत्पादों को लोगों को उपहार के तौर पर दें। उन्होंने कहा, "भारत के इस पारंपरिक ज्ञान में दुनिया,समृद्ध भविष्य के रास्ते देख रही है। हमें, खुद भी इस दिशा में ज्यादा से ज्यादा जागरूक होने की जरुरत है | हम खुद भी ऐसे स्वदेशी और स्थानीय उत्पादों का इस्तेमाल करें और दूसरों को भी ये उपहार में दें।" पीएम मोदी ने कहा किइससे हमारी पहचान भी मजबूत होगी, स्थानीय अर्थव्यवस्था भी मजबूत होगी और बड़ी संख्या में लोगों का भविष्य भी उज्जवल होगा।
  4. वर्ष 2014 में शुरू हुए स्वच्छता अभियान का जिक्र करते हुए पीएम मोदी ने कहा, "साल 2014 में इस जन आंदोलन के शुरू होने के साथ ही, इसे, नयी ऊँचाइयों पर ले जाने के लिए, लोगों ने, कई अनूठे प्रयास किये हैं और ये प्रयास सिर्फ समाज के भीतर ही नहीं बल्कि सरकार के भीतर भी हो रहे हैं|" उन्होंने कहा कि लगातार इन प्रयासों का परिणाम यह है - कूड़ा कचरा हटने के कारण, बिन जरुरी सामान हटने के कारण, दफ्तरों में काफी जगह खुल जाती है, वहां नई जगह मिल जाती है|
  5. देश को टीबी मुक्त करने के अभियान की चर्चा करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, "सबका प्रयास की इसी भावना से, हम, भारत को 2025 तक टी.बी. मुक्त करने के लिए भी काम कर रहे हैं| आपने देखा होगा, बीते दिनों, जब, टी.बी. मुक्त भारत अभियान शुरू हुआ, तो हजारों लोग, टी.बी. मरीजों की मदद के लिए आगे आए| ये लोग निक्षय मित्र बनकर, टी.बी. के मरीजों की देखभाल कर रहे हैं, उनकी आर्थिक मदद कर रहे हैं| जनसेवा और जनभागीदारी की यही शक्ति, हर मुश्किल लक्ष्य को प्राप्त करके ही दिखाती है|"

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