Amit Shah In Bihar: बिहार में सत्ता परिवर्तन के बाद बीजेपी की सबसे बड़ी कार्यक्रम पूर्णिया में शुक्रवार को आयोजित हुई। इस कार्यक्रम में भारत के गृह मंत्री अमित शाह मुख्य अतिथि के रुप में शामिल हुए। जिस इलाके में अमित शाह का कार्यक्रम था। उसे सीमांचल कहा जाता है। पूर्णिया, अररिया, किशनगंज और कटिहार ये सीमांचल के मुख्य जिले हैं। भारत के सुरक्षा दृष्टि से देखा जाए तो यह क्षेत्र काफी अहम माना जाता है।
गृह मंत्री ने बिहार सरकार पर जमकर साधा निशाना
शुक्रवार को अमित शाह ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और लालू के परिवार पर जमकर बरसे। उन्होंने ने कहा कि लालू और नीतीश के जोड़ी को पेट में दर्द हो रहा है। आगे कहा कि जब लालू जी सरकार में जुड़ गए हैं। और नीतीश जी लालू के गोदी में बैठे। तब जो यहां डर का माहौल खड़ा हुआ है, मैं आपसे कहने आया हूं ये सीमावर्ती जिले है ये सब हिंदुस्तान के हिस्से में है। किसी को डरने की जरूरत नहीं है। देश में मोदी की सरकार है।
आखिर क्यों अहम है सीमांचल?
सीमांचल के अंतर्गत जो भी जिले आते हैं, वह सभी अंतरराष्ट्रीय बॉर्डर से सटे हुए हैं। ऐसे में सुरक्षा को लेकर भारत सरकार इन इलाकों में काफी एक्टिव रहती है। स्थानीय लोगों के मुताबिक, किशनगंज में बांग्लादेशियों का घुसपैठ काफी अरसे से चल रहा है। वही कई बांग्लादेशी परिवार किशनगंज में बस चुके हैं। किशनगंज के 4 प्रखंडों में ज्यादातर बांग्लादेशी घुसपैठियों की संख्या है। आपको बता दें कि भारत सरकार बांग्लादेशी घुसपैठियों को लेकर काफी सक्रिय रहती है। ऐसे में गृह मंत्री का यह दौरा काफी अहम माना जा रहा है। हालांकि पुर्णिया की रैली में गृह मंत्री ने इसे संबंधित कोई बात नहीं।
क्या सीमांचल केंद्र शासित प्रदेश बन जाएगा?
इस संबंध में इंडिया टीवी की खास बातचीत में स्थानीय पत्रकार धर्मेंद्र कुमार ने बताया कि यह सिर्फ अफवाह है। उन्होंने बताया कि बॉर्डर इलाका होने के कारण स्थानीय कुछ मुट्ठी भर लोग ऐसी अफवाहें फैलाते हैं। इसके पीछे का कोई आधार नहीं है। हाल ही में बीजेपी नेता और पूर्व मंत्री शाहनवाज हुसैन ने स्पष्ट कर दिया था कि सरकार की कोई योजना नहीं है। पूर्व मंत्री ने बताया कि इसे लेकर कुछ लोगों के द्वारा भ्रम फैलाया जा रहा है जबकि ऐसा कुछ नहीं हैं। बिहार और झारखंड का पहले ही बंटवारा हो चुका है अब कोई भी ऐसा बंटवारा नहीं होगा।
आखिर अफवाह उठी कैसे?
सीमांचल क्षेत्र में किशनगंज जिला का मुस्लिम बहुल क्षेत्र है। ऐसे में कुछ लोग यह कयास लगा रहे क्षेत्र केंद्र शासित प्रदेश बन जाता है तो लालू यादव और नीतीश कुमार का एक बड़ा वोट बैंक खत्म हो जाएगा। बिहार में मुस्लिम वोट आरजेडी के लिए अहम मानी जाती है। इसके आलाव स्थानीय बताते हैं कि ये इलाका बाकी जिलों की तुलना में पिछड़ा है। अब देखना होगा कि गृह मंत्री के दौरे से किशनगंज को लेकर क्या खबर सामने आती है।
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