शिमला: हिमाचल प्रदेश के शिमला में शनिवार रात स्वामी रामकृष्ण आश्रम में हंगामा हुआ है। प्रार्थना और ध्यान के बाद एक समूह द्वारा किए गए प्रदर्शन के दौरान यहां तनाव बढ़ गया है। जिसकी वजह से यहां के हालात हिंसक हो गए हैं।
क्या है पूरा मामला?
आरोप है कि एबीवीपी और बीजेपी समर्थकों ने वहां जमा होकर पथराव किया है। बता दें कि प्रशासन और संचालन पर नियंत्रण पाने के प्रयासों को लेकर आरोप सामने आए हैं, जिन्हें आश्रम प्रबंधन ने खारिज किया है। यह मामला वर्तमान में सुप्रीम कोर्ट में विचाराधीन है।
एसपी ने जताई चिंता
शिमला के पुलिस अधीक्षक संजीव कुमार गांधी ने घटना की पुष्टि करते हुए इस तनावपूर्ण स्थिति पर चिंता व्यक्त की है। एसपी ने कहा कि जब प्रार्थना और ध्यान के बाद एक समूह ने प्रदर्शन किया और यह बाद में हिंसक हो गया तो कुछ लोग घायल हो गए। एबीवीपी और बीजेपी समर्थक वहां इकट्ठा हो गए थे। अचानक एबीवीपी और बीजेपी समर्थकों द्वारा पथराव किया गया।
एसपी ने कहा कि हमने इस मामले में संबंधित धाराओं के तहत एफआईआर दर्ज की है और जांच चल रही है। हम मामले को गंभीरता से ले रहे हैं। कानून और व्यवस्था हमारी प्राथमिकता है। हमारी टीम, जो नवदीप के नेतृत्व में थी, ने आधी रात को मौके पर पहुंचकर शांति बनाए रखी और संपत्ति की सुरक्षा सुनिश्चित की। हमनें आधी रात को मामले को सुलझा लिया था, लेकिन अचानक पथराव कर दिया गया।
स्वामी रामकृष्ण आश्रम के सचिव का सामने आया बयान
स्वामी रामकृष्ण आश्रम के सचिव तनमहिमानंद ने कहा, 'हमें धार्मिक काम करने के लिए मंदिर दिया गया। हमने एसपी को भी 10 दिन पहले बताया था कि यहां पर कुछ ऐसी घटना हो सकती है। हम कोर्ट भी गए थे लेकिन हमें समय नहीं मिल सका। उत्पात मचाने वाले लोग भक्त बनकर आए और उत्पात मचाया जबकि मामला सुप्रीम कोर्ट में चल रहा है। हम चाहते हैं कि हमारा फैसला कोर्ट करे।' (शिमला से रेशमा कश्यप की रिपोर्ट)
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