अंडमान निकोबार के निलंबित श्रम आयुक्त आर एल ऋषि को 21 वर्षीय एक महिला से सामूहिक दुष्कर्म के मामले में सोमवार को गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस के अनुसार ऋषि को दोपहर करीब एक बजे चेन्नई से एक उड़ान से यहां पहुंचने के बाद अंडमान निकोबार पुलिस ने हिरासत में ले लिया। इस मामले में अब तक तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है जिनमें अंडमान निकोबार के पूर्व मुख्य सचिव जितेंद्र नारायण और पोर्ट ब्लेयर का कारोबारी संदीप सिंह उर्फ रिंकू शामिल हैं। महिला को सरकारी नौकरी दिलाने का वादा करके मुख्य सचिव के घर बुलाने और सामूहिक दुष्कर्म करने के मामले में आरोपों की जांच के लिए एक विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया गया था।
अप्रैल में हुई थी वारदात
आरोप हैं कि 14 अप्रैल से एक मई के बीच लड़की का बलात्कार किया गया। एसआईटी नारायण से तीन बार पूछताछ कर चुकी है। अंडमान निकोबार पुलिस ने दो नवंबर को सिंह और ऋषि के बारे में जानकारी देने पर एक-एक लाख रुपये के इनाम की घोषणा की थी। फरार चल रहे सिंह को 13 नवंबर को हरियाणा से गिरफ्तार किया गया था। इस मामले में प्राथमिकी एक अक्टूबर को दर्ज की गयी थी जब नारायण दिल्ली वित्त निगम के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक के रूप में पदस्थ थे।
नौकरी के लिए श्रम आयुक्त से मिली थी महिला
सरकार ने उन्हें 17 अक्टूबर को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया था। महिला ने शिकायत में दावा किया था कि उसके पिता और सौतेली मां उसकी वित्तीय जरूरतों का ध्यान नहीं रख सके, इसलिए उसे नौकरी की जरूरत थी और कुछ लोगों ने उसे श्रम आयुक्त से मिलवाया क्योंकि वह तत्कालीन मुख्य सचिव के करीबी थे।
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