Muslims Navratri Fast:सनातन धर्म में नौ दिनों तक नवरात्र व्रत रखने की परंपरा सदियों पुरानी है। युवा, बुजुर्ग, महिलाएं और यहां तक कि कई किशोर भी पूरे नौ दिन मां दुर्गा की आराधना में व्रत रखते हैं। मगर क्या आपने कभी मुसलमानों को भी नवरात्र का व्रत रखते सुना है... वह भी पूरे विधि-विधान के साथ लगातार नौ दिनों तक?....शायद नहीं, तो आइए हम आपको बताते हैं कि यूपी में वह कौन सी जगह है, जहां एक, दो नहीं, बल्कि 315 मुसलमानों ने हिंदू-रीति रिवाज और परंपरा का पालन करते हुए पूरे नौ दिनों तक मां भवानी की पूजा अर्चना की।
मुसलमानों का नवरात्र व्रत रखना आपको सौहार्द्र और प्रेम की भावना से भर देगा। भले ही यह सुनकर आपको आश्चर्य हो रहा हो और कानों पर भरोसा नहीं हो पा रहो हो। मगर यह सच है। यूपी में एक साथ 315 मुसलमानों ने नवरात्र में पूरे नौ दिन मां दुर्गा का नवरात्र व्रत रखकर सबको चौंका दिया है। यूपी समेत पूरे देश में इसकी सराहना हो रही है।
नवरात्र व्रत रखने वालों में मुस्लिम महिलाएं भी शामिल
यूपी में नवरात्र व्रत रखने वाले कुल 315 मुस्लिम कैदियों में से 218 मुसलमान अकेले मुजफ्फर नगर से हैं। नवरात्र व्रत रखने वालों में मुस्लिम महिलाएं भी शामिल हैं। यह सभी किसी न किसी मामले में जेल में बंद हैं। जेल में ही इन कैदियों ने नौ दिन का व्रत रखकर मां दुर्गा की पूजा आराधना की है। यह वही मुजफ्फर नगर जेल है, जहां के हालात अति संवेदनशील हुआ करते थे। मगर अब यहां का नजारा और माहौल पूरी तरह से बदल गया है। नवरात्र व्रत रखने वाले भक्तों का जेल प्रशासन ने भी पूरा ध्यान रखा। उन्हें दूध, फल, से लेकर साबूदाना, मूंगफली, सिंघाड़े का आटा और पूजा-पाठ की पूरी सामग्री भी उपलब्ध करवाई।
इन जेलों में भी मुसलमानों ने रखा नवरात्र व्रत
मुजफ्फर नगर के अलावा मेरठ, सहारनपुर, बुलंदशहर, बिजनौर और बागपत के जेलों में भी मुसलमानों ने नौ दिनों का व्रत रखा। सुबह-शाम रोजाना मां दुर्गा की पूजा और आरती में भाग लिया। हिंदू धर्म की मान्यताओं और प्रथाओं के अनुसार ही विधि-विधान से मां की आराधना की। यूपी के सभी जेलों में कुल मिलाकर 315 मुस्लिम कैदियों ने व्रत रखा। हिंदू कैदियों ने भी सैकड़ों की संख्या में व्रत रखा।
अध्यात्मिक संतुष्टि के लिए रखा व्रत
मुजफ्फर नगर के जेल अधीक्षक सीताराम शर्मा के अनुसार मुस्लिम कैदियों ने बताया कि अध्यात्मिक संतुष्टि के लिए उन्होंने पूरे नौ दिनों तक नवरात्र का व्रत रखा और मां दुर्गा का आशीर्वाद प्राप्त किया। सभी महिला और पुरुष मुस्लिम कैदियों ने स्वेच्छा से नवरात्र व्रत रखने का संकल्प लिया। इसके बाद जेल प्रशासन ने उन्हें समस्त पूजन सामग्री और व्रत में खाने-पीने की वस्तुओं को उपलब्ध करवाया। इस तरह के धार्मिक आयोजन से कैदियों की मनोदशा बदलती है। उनमें सकारात्मक भाव आते हैं। इसलिए वह स्वयं ऐसी गतिविधयों में हिस्सा लेते रहते हैं। कैदियों के अनुसार उन्हें यह प्रेरणा सर्वधर्म सम्मेलनों से मिली है। इसमें सभी धर्मगुरु कैदियों को सर्व धर्म संभाव और इंसानियत का पाठ पढ़ाते हैं। कारागार के पुस्तकालय में भी सभी धर्मों की पुस्तकें मौजूद हैं।
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