A
Hindi News भारत राष्ट्रीय 'गवाहियां दे रहे हैं पत्थर, खुद कह रहे हैं अपनी कहानी', 'आप की अदालत' में साध्वी ऋतंभरा की जुबानी

'गवाहियां दे रहे हैं पत्थर, खुद कह रहे हैं अपनी कहानी', 'आप की अदालत' में साध्वी ऋतंभरा की जुबानी

Aap Ki Adalat : 'आप की अदालत' में साध्वी ऋतंभरा ने काशी की ज्ञानवापी और मथुरा की कृष्ण जन्मभूमि का जिक्र करते हुए कहा कि वहां के पत्थर गवाहियां दे रहे हैं और खुद अपनी कहानी कह रहे हैं।

Aap ki Adalat, Sadhvi Ritambhara- India TV Hindi Image Source : INDIA TV 'आप की अदालत' में साध्वी ऋतंभरा

Aap Ki Adalat Sadhvi Ritambhara : अयोध्या में राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा में अब कुछ घंटे ही बाकी हैं। इस बीच रामजन्मभूमि आंदोलन की फायरब्रांड नेता साध्वी ऋतंभरा आज देश के लोकप्रिय शो 'आप की अदालत' में इंडिया टीवी के एडिटर इन चीफ रजत शर्मा की मेहमान थीं। उन्होंने 'आप की अदालत' के कटघरे में बैठकर रामजन्मभूमि आंदोलन के दौरान रामभक्तों पर किए गए जुल्मों की बात की और कहा कि आज जब रामलला की प्राण प्रतिष्ठा का वक्त आया है, तो उस वक्त की पीड़ा बहुत हल्की महसूस होती है। वहीं उन्होंने काशी और मुथरा का जिक्र करते हुए कहा कि वहां तो पत्थर गवाहियां दे रहें हैं, वे खुद अपनी कहानी बयां कर रहे हैं, वहां सबूत तो सामने है।

रजत शर्मा ने 'आप की अदालत' में जब साध्वी ऋतंभरा से यह पूछा-ओवैसी साहब की बातें मैं सुनता हूं। उनकी तकलीफ क्या है, वह मैं आपको बताता हूं। वह मुस्लिम नौजवानों से कह रहे थे कि सबको अलर्ट रहना है। हमें अपनी मस्जिदों को सुरक्षित रहना है क्योंकि अब राम मंदिर बन गया। अब यह काशी की ज्ञानवापी भी मांगेंगे।

'काशी, मथुरा दे दें, हम 30 हजार मंदिर नहीं मागेंगे'

इसके जवाब में साध्वी ऋतंभरा ने कहा, वह तो हम पहले से ही मांग रहे हैं, वहां कोई शख्स गवाही नहीं देगा। वहां तो पत्थर गवाहियां दे रहे हैं। वह अपनी कहानी स्वयं कह रहे हैं। इस सत्य को अगर स्वीकार कर लें और वह (मुसलमान) सौहार्द से हिंदू समाज को वापस दे दें तो फिर हम 30 हजार (मंदिरों) की बात नहीं करेंगे। लेकिन ऐसा तो नहीं हो रहा ना? उस सत्य को झुठलाने की कोशिशें हो रही है। और आप हिंदू समाज का धैर्य तो देखिए। आप जरा सोचिए कि हमने अयोध्या, कृष्ण जन्मभूमि और हमारे बाबा विश्वनाथ.. ये तीनों स्थान मांगे थे। हमने ज्यादा की बात ही नहीं की। लेकिन उसके लिए भी संघर्ष करना पड़ा।  कोर्ट की पूरी प्रक्रियाओं से गुजरकर निष्पक्ष निर्णय जब आया तब हमें अयोध्या में मंदिर बनाने का आदेश मिला।'

वहीं रजत शर्मा ने जब उनसे पूछा कि बीजेपी के मेनिफेस्टो में कहा था.. राम मंदिर बना दिया, धारा 370 हटा दी, अब अगला नंबर समान नागरिक संहिता का है? इस पर साध्वी ऋतंभरा ने कहा कि निश्चित रूप से हम तो यह आशा करते हैं। हम यह आशा करते हैं इस देश से मंदिरों को मुक्त करो। इस देश के अंदर परंपराएं आपके (पीएम मोदी) माध्यम से मुक्त हों। इस राष्ट्र के अंदर कोई भी भय किसी तरह का रह ना जाए, जाति धर्म को देखकर व्यवहार ना हो, सबके साथ एक जैसा व्यवहार हो, समान नागरिक संहिता लागू हो और अभी नहीं करोगे तो 2024 में तो हम आपको प्रधानमंत्री बनाएंगे तब फिर बाकी अधूरे काम कर दीजिएगा।'

कांग्रेस को जनता नकार देगी

वहीं साध्वी ऋतंभरा ने 'आप की अदालत' में बताया  कि एक बार उन्हें अमेठी लोकसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ने की पेशकश की गई थी, लेकिन उन्होंने यह कहते हुए इनकार कर दिया कि उनका राजनीति में शामिल होने का कोई इरादा नहीं है। उन्होंने कहा, 'हमें राजनीति की दिशा बदलना पसंद है, राजनीति में शामिल होना नहीं।' जब रजत शर्मा ने उनसे कहा कि सोनिया गांधी और अन्य विपक्षी नेता अयोध्या में राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम का निमंत्रण ठुकरा रहे हैं, उनको भी आप कुछ कहेंगी? इसपर साध्वी ऋतंभरा ने कहा,'जो मेरे राम जी के निमंत्रण को ठुकराएंगे भारत की जनता उन्हें  ठुकरा देगी और ठुकरा दिया।'

Latest India News