Srinagar News: सेना के एक अभियान में एक्सेल नामक डॉग सिपाही ने एक आतंकवादी का सटीकता से पता लगाया था। जिसके बाद सेना और आतंकी के बीच हुई मुठभेड़ में गोली लगने से उसकी मौत हो गई। इसपर सेना ने रविवार को अपने श्वान सिपाही ‘एक्सेल’ को श्रद्धांजलि दी और उसे पूरे सम्मान के साथ दफनाया। एक्सल की काबिलियत के कारण सुरक्षाबलों को एक मस्जिद को बचाने में सफलता मिली। आतंकवादी की पहचान कुपवाड़ा के रहने वाले अख्तर हुसैन भट के रूप में की गई। जिसे शनिवार को बारामूला जिले के क्रीरी के वनिगाम बाला इलाके में आठ घंटे चली मुठभेड़ में मार गिराया गया। मारे गए आतंकवादी के तार आतंकवादी संगठन जैश ए मोहम्मद से जुड़े थे।
जिस घर को बनाना था निशाना, उससे 10 मीटर की दूरी पर थी मस्जिद
अधिकारियों ने बताया कि इस अभियान में अहम भूमिका निभाने वाला दो साल का एक्सेल, जर्मन शेफर्ड नस्ल का कुत्ता था जो सेना की 26 डॉग यूनिट में तैनात था। अभियान के दौरान सेना के एक जवान और पुलिसकर्मी के घायल होने के बाद, एक्सेल को काम पर लगाया गया। एक्सल के शरीर पर एक कैमरा लगा हुआ था। एक अधिकारी ने कहा, “जिस घर को निशाना बनाया जाना था उससे 10 मीटर की दूरी पर एक मस्जिद है जिसकी वजह से सटीक जानकारी की जरूरत थी। आतंकवादी को मारने के लिए बड़े हथियार का इस्तेमाल नहीं किया जा सकता था।” एक्सेल ने छिपे हुए आतंकवादी का सटीकता से पता लगाया। लेकिन इस प्रक्रिया में वह दुश्मन की गोली का शिकार हो गया। एक्सेल के कारण सुरक्षाबल मस्जिद को नुकसान पहुंचाए बिना आतंकवादी को खत्म करने में कामयाब हुए।
सेना ने एक्सल को सेवा के लिए कहा धन्यवाद
श्रीनगर स्थित सेना की चिनार कोर ने जर्मन शेफर्ड श्वान का एक फोटो शेयर करते हुए ट्वीट किया, “तुम्हारी सेवा के लिए धन्यवाद एक्सेल।” भारतीय सेना ने रविवार को पट्टन में आयोजित एक समारोह में एक्सेल को भावभीनी श्रद्धांजलि दी। किलो फोर्स के जनरल अफसर कमांडिंग मेजर जनरल एस.एस.सलारिया ने शहीद कुत्ते को श्रद्धांजलि दी। एक्सेल को 26 आर्मी डॉग यूनिट के परिसर में यूनिट के कर्मियों और अन्य अधिकारियों की उपस्थिति में दफनाया गया।
Latest India News