इंडिया-बांग्लादेश बॉर्डर पर फिल्मी स्टाइल में हो रही थी स्मगलिंग, बीएसएफ ने लाखों के माल सहित 6 लोगों को पकड़ा
इंडिया-बांग्लादेश बॉर्डर पर स्मगलिंग हो रही थी जिसे बीएसएफ ने नाकाम कर दिया है। ये स्मगलिंग किसी फिल्मी स्टाइल से कम नहीं लग रही। बीएसएफ ने तस्करों से लाखों का माल बरामद किया है।
इंडिया-बांग्लादेश बॉर्डर पर बीएसएफ ने स्मगलिंग के ऐसे मामले को नाकाम किया है जिस जान आप भी हैरान हो जाएंगे। तस्कर किसी फिल्मी स्टाइल की तरह ही तस्करी को अंजाम दे रहे थे। बीएसएफ को भी एक बार लगा कि ऐसे-कैसे हो सकता है। हालांकि बीएसएफ ने तस्करी की कोशिश को नाकाम कर दिया है। भारत-बांग्लादेश सीमा पर बीएसएफ ने बड़ी मात्रा में चांदी के आभूषण, दवाएं और शराब बरामद की हैं। ये स्मगलिंग इंटरनेशनल यात्री बसों के जरिए की जा रही थी। बीते दिन 7 अगस्त को दक्षिण बंगाल फ्रंटियर अंतर्गत बीएसएफ की 145वीं बटालियन के आईसीपी पेट्रापोल के जवानों बॉर्डर पर तैनात थे और सभी वाहनों की तलाशी कर रहे थे। सर्च ऑपरेशन के दौरान जवानों को ग्रीन लाइन ट्रेवल्स की दो यात्री बसों पर शक गहराया और फिर जवानों ने सघन तलाशी की, जिसमें उन्होंने पाया कि बस में गहने छिपाए गए थे।
वॉल्वो से हो रही थी तस्करी
दरअसल, यह बस यात्रियों को लेकर भारत से बांग्लादेश जा रही थी। बॉर्डर पर बसों की नियमित चेकिंग के दौरान कार्रवाई करते हुए आईसीपी पेट्रापोल के जवानों ने सुबह 10.50 बजे कोलकाता से आईसीपी पेट्रापोल पहुंची 2 वॉल्वो बसों की तलाशी ली। तलाशी के दौरान जवानों ने दो बसों (रजिस्टर नंबर 19-L 5151 और 19-L 5252) से 12 बंडल दवाएं, 18 बोतल शराब और बड़ी मात्रा में चांदी के गहने बरामद किए गए। पूछताछ करने पर बसों के चालकों एवं हेल्परों ने बताया कि ये सामान तस्करी के लिए बसों में छिपाई गई थीं। इसके बाद बीएसएफ जवानों ने तुरंत सभी 6 बस चालकों और सहायकों को पकड़ लिया। जब्त चांदी के आभूषणों का वजन 17.496 किलोग्राम है और इसकी कीमत 12,70,228/- रुपये है। इसके अलावा जवानों ने बस से अवैध दवाइयां और शराब भी बरामद की है, जिसकी कीमत 6,24,820/- रुपये है।
पकड़े गए माल को बांग्लादेश में देना था
पूछताछ में उन्होंने बताया कि वे सभी भारतीय हैं और उनके पास भारतीय पासपोर्ट है। वे लंबे समय से भारत-बांग्लादेश ग्रीन लाइन बस सर्विस में काम कर रहे हैं। उन्होंने आगे खुलासा किया कि उन्हें कोलकाता के धर्मतला से चांदी के गहने मिले थे जिसे उन्हें बांग्लादेश के ढाका में बदरारुल नाम के एक तस्कर को सौंपना था। उन्होंने दवाओं के बारे में खुलासा किया कि उन्हें दवाएं उसी जगह से अली भाई नाम के एक व्यक्ति से मिलीं और उन्हें बांग्लादेश के ढाका में बादशाह नाम के तस्कर को सौंपने वाले थे। उन्होंने यह भी खुलासा किया कि उन्हें धर्मतला के राजीव से भी शराब की बोतलें मिलीं और वे बांग्लादेश के ढाका में रहने वाले रिपन को देने वाले थे।
बीएसएफ ने कस्टम को सौंपा
इसके अलावा, उन्होंने कहा कि उन्हें 01 किलो चांदी के आभूषणों के लिए 1000 बांग्लादेश टका, एक बंडल के लिए 1800 बांग्लादेश टका और जब्त शराब के लिए 2200 बांग्लादेश टका मिलना था। बीएसएफ ने पकड़े गए तस्करों और जब्त माल को पेट्रापोल के कस्टम कार्यालय को सौंप दिया है। बीएसएफ दक्षिण बंगाल फ्रंटियर के जनसंपर्क अधिकारी डीआइजी ए के आर्य ने कहा कि तस्कर, ट्रक चालक और बस चालक कई बार तस्करी करने की कोशिश करते हैं लेकिन बीएसएफ के सतर्क जवान और खुफिया विभाग उनके नापाक इरादों पर कड़ी नजर रख रहे हैं। उन्होंने आगे कहा कि इसके चलते बीएसएफ के जवान लगातार तस्करों के मंसूबों पर पानी फेर रहे हैं।
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