भारतीय जनता पार्टी (BJP) की नेता स्मृति ईरानी ने सोमवार को कहा कि उन्हें अमेठी में राहुल गांधी के खिलाफ चुनाव मैदान में इसलिए नहीं उतारा गया था कि वह महिला हैं, बल्कि पार्टी को लगता था कि सिर्फ वही उन्हें हरा सकती हैं। ईरानी की टिप्पणी यह कहे जाने पर आई कि सरकार को महिला रियल एस्टेट डेवलपर्स को तुरंत मंजूरी देने पर विचार करना चाहिए।
राहुल गांधी को लेकर फिर बोलीं ईरानी
महिला एवं बाल विकास मंत्री ईरानी ने रियल एस्टेट डेवलपर्स के संगठन 'क्रेडाई' द्वारा आयोजित सम्मेलन में कहा, "मैं इसके बजाय पुरुष डेवलपर्स के साथ प्रतिस्पर्धा करना पसंद करूंगी। मुझे अमेठी इसलिए नहीं भेजा गया था, क्योंकि मैं एक महिला हूं। मुझे अमेठी इसलिए भेजा गया, क्योंकि मैं एकमात्र व्यक्ति थी जो उस आदमी (राहुल गांधी) को हरा सकती थी।"
क्रेडाई महिला एवं युवा नेतृत्व शिखर सम्मेलन को संबोधित करते हुए ईरानी ने बिल्डरों से कहा कि वे निर्माण गुणवत्ता से समझौता किए बिना रियल एस्टेट परियोजनाओं को सस्ता रखने पर ध्यान दें। मंत्री ने क्रेडाई से युवा महिलाओं सहित युवाओं को पहली पीढ़ी का रियल एस्टेट 'डेवलपर' बनाने में मदद करने को कहा।
राहुल को 55,000 वोटों के मार्जिन से हराया था
गौरतलब है कि स्मृति ईरानी ने 2019 के लोकसभा चुनाव में नेहरू-गांधी परिवार के गढ़ अमेठी में राहुल गांधी को लगभग 55,000 वोटों के मार्जिन से हराया था। इससे पहले 2014 के लोकसभा चुनाव में वह राहुल गांधी के सामने एक लाख मतों के अंतर से हार गई गई थीं।
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