Sikkim Flash Flood: मृतकों की संख्या 19 हुई, 103 लोग लापता, लाचेन में करीब 3 हजार लोग फंसे, हेलीकॉप्टरों से रेस्क्यू की तैयारी
सिक्किम में आई आपदा में मरनेवालों की संख्या बढ़कर 19 हो गई है। इस बीच सेना के लापता 22 जवानों की तलाश भी जारी है। उधर लाचेन में करीब तीन हजार लोग फंसे हुए हैं जिनके रेस्क्यू की तैयारी की जा रही है।
Sikkim Flash Flood : सिक्किम में ल्होनक झील के ऊपर बादल फटने से तीस्ता नदी में अचानक आई बाढ़ ने भारी तबाही मचाई है। इस हादसे में मरनेवालों की संख्या बढ़कर 19 हो गई है जबकि 103 लोग लापता हैं। इस हादसे में सेना के 22 जवान भी लापता हो गए। वहीं लाचेन और लाचुंग में करीब 3 हजार लोगों के फंसे होने की खबर हैं। चेकपोस्ट के उपलब्ध आंकड़ों के मुताबिक करीब 700 से 800 ड्राइवर फंसे हुए हैं वहीं 3150 लोग इस इलाके में बाइक से गए थे, ये लोग भी फ्लैश फ्लड में फंस गए हैं। इन इलाकों तक पहुंचने के रास्ते सैलाब में बह गए हैं, जिससे यहां हेलीकॉप्टर से ही पहुंचा जा सकता है।
लाचेन और लाचुंग में लगभग 3000 लोग फंसे
सिक्किम के मुख्य सचिव विजय भूषण पाठक ने बताया, चेकपोस्ट के उपलब्ध आंकड़ों के अनुसार, लाचेन और लाचुंग में लगभग 3000 लोग फंसे हुए हैं। 700-800 ड्राइवर वहां फंसे हुए हैं। 3150 लोग जो मोटरसाइकिलों पर वहां गए थे वे भी वहां फंस गए हैं। सेना और वायुसेना के हेलीकॉप्टरों से सभी को निकाला जाएगा। सेना ने लाचेन और लाचुंग में फंसे लोगों को इंटरनेट पर वॉयस कॉल के जरिए उनके परिवारों से बात कराई।
अब तक 2,011 लोगों को बचाया गया
अधिकारियों ने बताया कि घायल हुए 26 लोग सिक्किम के विभिन्न अस्पतालों में भर्ती हैं। सिक्किम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एसएसडीएमए) ने एक बुलेटिन में बताया कि अब तक 2,011 लोगों को बचाया गया है, जबकि 22,034 लोग इससे प्रभावित हुए हैं। पाठक ने कहा कि उन्हें सेना की 27वीं माउंटेन डिवीजन के अधिकारियों ने बताया कि उत्तरी सिक्किम में लाचेन, लाचुंग और आसपास के क्षेत्रों में फंसे पर्यटक सुरक्षित हैं। एक अनुमान के मुताबिक, विदेशी नागरिकों सहित 3,000 से ज्यादा टूरिस्ट सिक्किम के विभिन्न हिस्सों में फंसे हुए हैं। पाठक ने कहा कि सेना ने अपनी दूरसंचार सेवा एक्टिव कर दी है और कई पर्यटकों को उनकेपरिवार के सदस्यों से बात करायी। उन्होंने कहा कि फंसे हुए पर्यटकों को निकालना प्राथमिकता है और उन्हें मंगन तक हवाई मार्ग से ले जाने का फैसला लिया गया है, जहां से उन्हें सड़क मार्ग से सिक्किम लाया जाएगा। भाररतीय वायुसेना और सेना के हेलीकॉप्टर लाचेन, लाचुंग और चुंगथांग के लिए बृहस्पितवार को उड़ान भरने के लिए तैयार थे, लेकिन खराब मौसम के कारण ऐसा नहीं कर सके।
सेना के 22 जवानों की तलाश जारी
उत्तरी सिक्किम में स्थानीय लोगों के रेस्क्यू के लिए एनडीआरएफ की प्लाटून भी तैयार हैं। अधिकारियों ने बताया कि लापता 22 सैन्यकर्मियों की तलाश निचले इलाकों में ध्यान केंद्रित करते हुए की जा रही है क्योंकि संभावना है कि पानी का तेज बहाव उन्हें नीचे की ओर ले गया होगा। तीस्ता नदी में उफान से बुरी तरह प्रभावित सिंगताम शहर की स्थिति का जिक्र करते हुए पाठक ने कहा कि पास के औद्योगिक क्षेत्र सिंगताम और आईबीएम में पानी और बिजली के बुनियादी ढांचे की बहाली पूरी हो चुकी है। मुख्यमंत्री प्रेम सिंह तमांग ने आपदा में सबसे अधिक प्रभावित इलाकों में से एक सिंगताम का दौरा किया और स्थिति की समीक्षा की। उन्होंने लोगों से सतर्क रहने और सुरक्षित स्थानों पर शरण लेने का आग्रह करते हुए आश्वासन दिया कि सरकार उनके पुनर्वास के लिए सभी जरूरी उपाय कर रही है। (इनपुट-भाषा)