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Hindi News भारत राष्ट्रीय क्या केंद्र को अफ्रिकी देशों से आने वाली फ्लाइट्स पर प्रतिबंध लगाना चाहिए? भारत में लगातार बढ़ रहे ओमिक्रॉन के मामले

क्या केंद्र को अफ्रिकी देशों से आने वाली फ्लाइट्स पर प्रतिबंध लगाना चाहिए? भारत में लगातार बढ़ रहे ओमिक्रॉन के मामले

ओमिक्रॉन के नए मामले लगातार राज्य-दर-राज्य बढ़ रहे हैं। जबकि, ब्रिटेन, इटली, फ्रांस, नीदरलैंड जैस देश अफ्रिकी देशों से सभी उड़ानों को सस्पेंड कर चुके हैं।

<p>अंतर्राष्ट्रीय...- India TV Hindi Image Source : FILE PHOTO अंतर्राष्ट्रीय उड़ान पर बैन जारी

Highlights

  • India में अब तक ओमिक्रॉन के 33 मामले
  • दिल्ली में एक और मामले मिलने के बाद कुल ओमिक्रॉन के दो मामले
  • महाराष्ट्र में सबसे ज्यादा 17 मामले

नयी दिल्ली: देश में कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन का मामला शनिवार को बढ़कर 33 हो गया है। नए मामले अब धीरे-धीरे बढ़ रहे हैं। वहीं, दिल्ली में ओमिक्रॉन का दूसरा मामला भी सामने आ गया है। संक्रमित व्यक्ति वैक्सीन की दोनों डोज लगवा चुका था और वो जिम्बाब्वे से आ रहा था। उसने दक्षिण अफ्रीका की भी यात्रा की थी। इस बात की जानकारी दिल्ली सरकार ने दी है। मुंबई में भी ओमिक्रॉन के नए मामले फिर से मिलने के बाद स्वास्थ्य विभाग में हलचल तेज कर दी है। ओमिक्रॉन के बढ़ते मामलों को देखते हुए मुंबई में दो दिनों के लिए धारा 144 लागू कर दी गई है। रैलियों और प्रदर्शन पर रोक लगा दी गयी है। 

ओमिक्रॉन के नए मामले लगातार राज्य-दर-राज्य बढ़ रहे हैं। लेकिन, अभी तक भारत ने अफ्रिकी देशों से आने वाली फ्लाइट्स पर प्रतिबंध नहीं लगाया है। जबकि, ब्रिटेन- दक्षिण अफ्रीका, नामीबिया, जिम्बाब्वे, बोत्सवाना, लेसोथो और इस्वातिनी जैसे देशों से सभी उड़ानों को सस्पेंड करने का फैसला कर चुका है। जर्मनी, इटली और इजराइल जैसे देश भी ओमिक्रॉन को देखते हुए अफ्रिकी देशों से आने वाली फ्लाइट्स पर बैन लगा चुके हैं। लेकिन, भारत की तरफ से अब तक ऐसा कदम नहीं उठाया गया है।

दरअसल, ओमिक्रॉन का मामला सबसे पहले दक्षिण अफ्रिका में पाया गया है। कोरोना वायरस के नए वैरिएंट B.1.1529 के खतरनाक फैलाव को देखते हुए और कोरोना की दूसरी लहर में डेल्टा वैरिएंट की वजह से उपजे हालात के मद्देनजर फ्रांस, नीदरलैंड जैसे देश भी उड़ान पर प्रतिबंध लगा चुके हैं। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) की साप्ताहिक रिपोर्ट में ये नया वैरिएंट करीब दो हफ्तों में ही 57 देशों तक पहुंच चुका है। अमेरिका में हर दिन एक लाख के करीब कोरोना वायरस के नए मामले दर्ज किए जा रहे हैं। नेशनल इंस्टीट्यूट फॉर कम्युनिकेबल डिजीज के मुताबिक साउथ अफ्रिका में ओमिक्रॉन के नए मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। बीते 24 घंटे में 383 कोरोना मरीज अस्पताल में भर्ती कराए गए हैं।

पिछले महीने ही दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने देश के पीएम मोदी से अफ्रिकी देशों से आने वाली फ्लाइट्स पर बैन लगाने की मांग की थी। केजरीवाल का कहना है कि यदि रहते समय फ्लाइट्स पर बैन लगाया जाता तो देश में कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन के मामले नहीं मिलते। हालांकि, इस वक्त देश के उन एयरपोर्ट्स पर कोरोना वायरस के जांच को लेकर सख्त नियम लागू किए गए हैं जहां इन देशों की फ्लाइट्स आ रही हैं। भारत में कोरोना वायरस का पहला मामला पिछले साल जनवरी 2020 में आया था। जबकि अंतर्राष्ट्रीय उड़ानों को मार्च में स्थगित कर दिया गया है।

हालांकि, ओमिक्रॉन वेरिएंट (Omicron Variant) के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए केंद्र ने अंतरराष्ट्रीय उड़ानों (International Flights) पर लगी रोक को बढ़ाकर 31 जनवरी तक कर दिया है। डायरेक्टरेट जनरल ऑफ सिविल एविएशन (DGCA) ने जारी आदेश में कहा है कि सभी शेडयूल्ड अंतरराष्ट्रीय उड़ानों पर 31 जनवरी 2022 तक रोक जारी रहेगी। हालांकि यह रोक ऑल-कार्गो फ्लाइट्स और स्पेशल मंजूरी प्राप्त फ्लाइट पर लागू नहीं होगी।

अब जिस तरह से फिर से देश में कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन के मामले बढ़ रहे हैं। महाराष्ट, दिल्ली जैसे महानगरों में नए केस मिल रहे हैं। वैसे में सवाल उठता है कि क्या केंद्र सरकार को जल्द ही संक्रमित देशों से आने वाली उड़ानों को रद्द नहीं कर देना चाहिए? क्योंकि, कोरोना की दूसरी लहर में देश के जिस तरह से हालात हुए थे। महाराष्ट्र, दिल्ली में हर ओर हाय-तौबा की स्थिति पसरी थी। अस्पतालों में बेड्स नहीं मिल रहे थे। संक्रमित मरीज के परिजनों को ऑक्सिजन सिलिंडर के लिए दर-दर भटकना पड़ रहा था।

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