साल 2012 में हुए शीना बोरा हत्याकांड पर काफी साल तक हंगामा मचा रहा था। हालांकि, हत्या के 12 साल बाद शीना बोरा मर्डर केस एक बार फिर से चर्चा में है। दरअसल, हाल ही में खबर सामने आई थी कि शीना बोरा की हड्डियां और अवशेष गायब हो गए हैं। हालांकि, अब कुछ सप्ताह बाद अभियोजन पक्ष ने कोर्ट को बताया है कि ये हड्डियां एवं अवशेष नयी दिल्ली में सीबीआई के कार्यालय में हैं। आइए जानते हैं पूरा मामला।
क्यों हुआ हड्डियों पर विवाद?
अदालत को मिले एक ईमेल में आरोप लगाया गया है कि शीना की हड्डियां गायब नहीं हुई बल्कि वे एक फॉरेंसिक एक्सपर्ट के पास हैं। एक्सपर्ट ने हड्डियों की जांच की थी और गवाह के तौर पर अदालत के सामने गवाही दे रहा था। ये भी आरोप लगाया गया कि गवाह ने अचानक बहुत संपत्ति अर्जित कर ली है। जज निंबालकर ने बुधवार को कोर्ट में बचाव पक्ष के वकीलों को ईमेल के बारे में जानकारी दी। इस पर वकीलों ने कहा कि आरोप की जांच होनी चाहिए। वकीलों की मांग पर जज ने सीबीआई से जवाब मांगा है।
कैसे मिली हड्डियां?
इस मामले में अभियोजन पक्ष ने बताया है कि पहले 24 अप्रैल को कोर्ट को शीना बोरा के अवशेषों के लापता होने के बारे में सूचित किया गया था। 10 जून को उसने कहा कि वे नहीं मिल सके हैं। लेकिन इस बीच कार्यालय के मालखाने की फिर से तलाशी लेने पर हड्डियां पड़ी मिलीं।
जानें हत्याकांड के बारे में
आपको बता दें कि 24 साल की शीना बोरा की साल 2012 में उनकी मां इंद्राणी मुखर्जी और अन्य ने कथित तौर पर हत्या कर दी थी। हत्या का ये मामला साल 2015 में सामने आया था। हत्या के मामले में मुख्य आरोपी इंद्राणी मुखर्जी अब जमानत पर बाहर हैं। (इनपुट: भाषा)
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